IPL एक ऐसा खेल हैं जहां अलग-अलग देशों की टीमों के खिलाड़ी साथ मिलकर खेलते हैं। इसमें कई बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी हुई हैं। अभी हाल ही में एक और मुद्दा सामने आया है। राजस्थान रॉयल्स के Yuzvendra Chahal ने एक बड़ी बात कही है। उन्होंने बताया कि आईपीएल 2013 के दौरान जब वह मुंबई इंडियंस के साथ खेलते थे उस दौरान एक खिलाड़ी ने 15वें फ्लोर से उन्हें लटका दिया था। यह पहली बार नहीं है जब उनके साथ इस तरह का बर्ताव किया गया हो। इस बात का खुलासा उन्होंने रविचंद्रन अश्विन के साथ बातचीत के दौरान किया था। इस बात का वीडियो राजस्थान रॉयल्स ने जारी किया है।
कुछ समय पहले आरसीबी के एक पॉडकास्ट में उन्होंने बताया था कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी एंड्रयू साइमंड्स और जेम्स फ्रैंकलिन ने चहल के हाथ और पैर बांध दिए थे और मुंह पर टेप लगाकर चहल को रातभर के लिए छोड़ दिया था।
उन्होंने बताया था कि, ‘2011 में चेन्नई के एक होटल में चैंपियंस लीग जीतने के बाद एंड्रयू साइमंड्स ने बहुत शराब पी थी। जेम्स फ्रैंकलिन और उन्होंने मेरे हाथ-पैर बांध दिए और कहा- अब तुम्हें खोलना है।’
उन्होंने बताया कि, ‘वे इतने नशे में थे कि उन्होंने मेरे मुंह पर टेप लगा दिया और मेरे बारे में सब भूल गए। पार्टी खत्म हुई और सुबह जब एक सफाईकर्मी आया तो उसने मुझे देखा और मुझे छुड़ाया। सफाईकर्मी ने पूछा कि वो यहां कब से इस तरह हैं तब उन्होंने बताया की, ‘रात से ही’।
जब से यह बात सामने आई है क्रिकेट जगत में शोर मचा हुआ है। इस तरह का बर्ताव किसी भी खिलाड़ी के साथ बर्दाश नहीं किया जाना चाहिए। चहल के साथ ऐसा बर्ताव करने वाले क्रिकेटर के ऊपर टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने अपना गुस्सा जाहिर किया है।
युजवेंद्र चहल के साथ हुए इस बर्ताव पर रवि शास्त्री ने सुझाव दिया है कि दोषी खिलाड़ी को कभी क्रिकेट के मैदान के करीब आने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। शास्त्री ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा, ‘मुझे नहीं पता कि 15वें फ्लोर से उन्हें लटकाने वाला व्यक्ति कौन है, वह उस समय होश में नहीं था। अगर ऐसा हुआ है तो यह बड़ी चिंता की बात है। किसी का जीवन खतरे में था, कुछ लोगों को यह मजाकिया लग सकता है लेकिन यह बिल्कुल भी मजाकिया नहीं है। मैं पहली बार इस तरह की चीज सुन रहा हूं। अगर यह घटना आज होती है तो दोषी पर आजीवन बैन लगना चाहिए और उस व्यक्ति को जितना जल्दी संभव हो पुनर्वास केंद्र में भेजा जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘इससे पता चला है कि जिसने भी ऐसा करने का प्रयास किया वह उचित स्थिति में नहीं था। जब आप ऐसी स्थिति में होते हो और कुछ ऐसा करने का प्रयास करते हो तो गलती होने की संभावना और अधिक हो जाती है।’
शास्त्री ने उसके आगे यह भी कहा कि, ‘आजीवन बैन, बेहतर है कि वह क्रिकेट के मैदान के पास भी ना आए, तभी उसे पता चलेगा कि यह मजाकिया है या नहीं।’ चहल ने कहा था कि इस घटना के बारे में उन्होंने किसी को नहीं बताया है, उन्होंने इसे अपने तक रखा था। रवी शास्त्री ने कहा कि यह जरूरी है कि खिलाड़ी जल्द से जल्द इस तरह की घटनाओं की जानकारी दें और कोई बुरी घटना के होने का इंतजार ना करें।