नई दिल्ली : स्वास्थ्य के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य का भी हमें ख्याल रखना चाहिए। हमारा ब्रेन हेल्दी होना चाहिए क्योंकि इससे ही हमारे सभी अंगो का संचालन होता है। इसी से हमारी किडनी, लिवर और अन्य जरूरी भाग काम कर पाते है। लेकिन अगर हमारा ब्रेन डिस्टर्ब होने लगता है तो इससे बहुत सी परेशानियां घेरने लगती है। लेकिन अक्सर हम में से बहुत से लोग मेंटल डिसीज के लक्षणों को पहचान नहीं पाते है। इसमें व्यक्ति अकेलापन, सिर दर्द, भूख न लगना, और एकाग्रता की कमी होने जैसे कई लक्षणों का शिकार होने लगता है। आज हम आपको 5 ऐसे मेंटल डिसआर्डर के बारे में जानकारी देने जा रहे है, जिनसे किसी भी व्यक्ति का जीवन संकट में आ सकता है।
फोबिया
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आपको बता दें, फोबिया एक मेंटल डिसआर्डर का ही रुप है, इस परेशानी में व्यक्ति वस्तु, परिस्थति या किसी भी अन्य गतिविधि से डरने लगता है और उसे घबराहट रहने लगती है। इसमें घटनाएं गंभीर ना होते हुए भी इनमें ज्यादा डर लगने लगता है।
डिप्रेशन
आपको बता दें, हमारे ब्रेन तक संदेश पहुंचाने में कुछ न्यूरोट्रांसमीटर होते हैं, जो इसमें अहम सेरेटोनिन होते है। इसमें आपका मूड रेग्लयुलेट करता है। इसके अलावा ये पाचन तंत्र के लिए ब्रेन तक दिमाग में संदेश पहुंचाता है। इसकी कमी होने से आप डिप्रेशन की स्थिति का शिकार बन जाते है।
इटिंग डिसऑर्डर
आपको बता दें, ईटिंग डिसऑर्डर एक तरह से खुद ही मेंटल डिसऑर्डर होता है। इसमें व्यक्ति को कभी कभी तो ज्यादा भूख लगने लगती है और कभी कभी कुछ भी खाने का मन नहीं करता। इसके अलावा इसमें भूख कम हो जाती है और इससे वजन तेजी से कम होने लगता है।
पर्सनालिटी डिसऑर्डर
पर्सनैलिटी डिसऑर्डर की वजह से लोगों के रिश्तें खराब होने लगते है, इसमें व्यक्ति लोगों को समझने और उनसे जुड़ने में परेशानियां होती है। इसमें आपकी सोशल एक्टिविटीज कम हो जाती है और आफ स्कूल, घर और कई जगहों पर रहने में परेशानी महसूस करने लगते है
मूड डिसऑर्डर
आपको बता दें, मूड डिसऑर्डर में व्यक्ति के इमोशन को प्रभावित होने लगते है। इस समस्या में व्यक्ति बहुत ज्यादा खुश या दुख और दोनों ही तरह के व्यवहार करने लगता है। इसमें व्यक्ति चिडचिड़ा और क्रोध से भरा रहने लगता है।