हमारे हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र को एक विशेष दर्जा दिया जाता है। यहां तक की वास्तु के बताए गए नियमों के अनुसार घर का निर्माण और घर की हर एक वस्तु उसके अनुसार ही रखी होती है तो सुख, शांति-समृद्धि बनी रहती है। परंतु यदि घर का निर्माण या कोई भी वस्तु वास्तु के मुताबिक नहीं होती तो आपको बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचालन बना रहता है।
अक्सर आपने बहुत से घरों में ऐसी घटनाएं होती हुई देखी होगी जहां एक के बाद एक लोगों की मृत्यु होती रहती है या फिर परिवार के लोग हमेशा ही परेशानीयों से घिरे रहते हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक यदि आपके घर में इस तरहसकी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में समझ लीजिए की आपके मृत पूर्वज आपसे किसी ना किसी वजह से नाराज है। इस प्रकार की हेने वाली घटनाओं को आम समझने के गलती ना करें ये एक तरह से हमें पूर्वजो से मिलने वाले संकेत भी हो सकते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताएगें की किन किन वजहों से आपको इन घटनाओं का सामना करना पड़ता है।
घर के अंदर या छत पर पीपल का उगना
घर में पेड़ पौधे लगाना अच्छी बात है इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचालन होता है। परंतु जिन घरों में पीपल खुद बा खुद उगाना शुरु हो जाता हैं वहां नकारात्मक ऊर्जा आने लगती है और ये शुभ संकेत नहीं होते हैं। यदि किसी घर में बार-बार पीपल का पेड़ उग रहा है तो यह पितृदोष की निशानी हो सकती है। माना जाता है कि आपके मृतक पूर्वज आप से नाराज है और यह उनकी ही कोप दर्शा होती है।
बहुत ज्यादा सोचने की समस्या
यदि आप भी एक चीज को लेकर हमेशा ही सोच में डूबे रहते है तो इसे आप हल्के में ना लें। अक्सर बहुत से लोग सोच में खोए रहते है और महसूस करते है कि वह किसी चीज में फस गए है। इस तरह की समस्या से जितना जल्दी हो सकें आपको बहार आ जाना चाहिए अन्यथा आप ज्यादा सोचने केी वजह से पागल भी हो सकते हैं।
चंद्र दोष के कारण और उपाय
वास्तु के मुताबिक आपके चंद्रमा बिगड़ने के पीछे बहुत से कारण हो सकते है़। इसमें ज्यादा हमारी अनियमित जीवन शैली ही कारण बनती है। गलत रूटीन के चलते अक्सर हमारे साथ इस तरह की समस्याएं खड़ी होती है। वास्तु के अनुसार कुड़ली में चंद्र दोष होने पर आपको अपने दाएं हाथ में चांदी का कड़ा पहनना चाहिए और जितना हो सकें सफेद रंग को अपने शरीर पर वस्त्र के रूपलमें रखें। इसके अलावा हर सोमवार को भगवान शिव जी के शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और अपने दिनचार्य को ठीक करने की कोशिश करें।
गरीब लोगों को जितना हो सकें दान करें
जिन घरों में अक्सर घटनाएं होती है या मृत पूर्वज नाराज होते है वहां के लोगों को जितना हो सकें गरीबों को दान करना चाहिए। इसके अलावा घर में उगने वाले पीपल को जड़ से उखाड़कर सोमवार के दिन किसी नदी में बहा दें। साथ ही अमावस्या के दिन गरीब लोगों को खाना खिलाए और उन्हें कुछ ना कुछ दान में अवश्य दें। ऐसा करने से मृत पूर्वजों की नाराजगी कम होना शुरू हो जाती है।
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