नई दिल्ली: हरियाणा में सोनीपत जिले के हलालपुर गांव की कुश्ती एकेडमी में बुधवार यानी 10 नवंबर को महिला पहलवान निशा दहिया और उसके छोटे भाई सूरज की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोपी कोच पवन कुमार फरार है। जिस एकेडमी में दोनों को गोलियां मारी गईं, उसका नाम सुशील कुमार कुश्ती एकेडमी है। हैरान करने वाली बात यह है कि निशा पर करीब डेढ़ महीने पहले भी फायरिंग की गई थी।
खबरों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि जहां निशा को गोलियां मारीं गईं, वो पूर्व ओलिंपियन सुशील कुमार की एकेडमी की फ्रेंचाइजी है। इसे हलालपुर गांव का कुश्ती कोच पवन कुमार चला रहा था। निशा 3 साल से इस एकेडमी में प्रैक्टिस कर रही थी। दिनदहाड़े डबल मर्डर की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। निशा और उसके भाई सूरज की डेड बॉडीज पोस्टमॉर्टम के लिए सोनीपत जिला अस्पताल भेज दी गईं हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, 21 साल की निशा पर करीब डेढ़ महीने पहले भी फायरिंग की गई थी। तब उसे गोली नहीं लगी थी। इस घटना के बाद छोटा भाई सूरज ही निशा को एकेडमी लेने और छोड़ने जाता था।
हलालपुर गांव के रहने वाले दीपक, निशा के चचेरे भाई हैं। उन्होंने कहा- मेरी चचेरी बहन 21 वर्षीय निशा कुश्ती की नेशनल प्लेयर थी। वह ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी मुकाबलों में सेकंड पोजीशन पर आई थी। वो 3 साल से सुशील कुमार कुश्ती एकेडमी में प्रैक्टिस के लिए जा रही थी। छोटा भाई सूरज उसे लेने और छोड़ने जाता था। यह एकेडमी हलालपुर का ही पवन चला रहा था जो यहां कुश्ती कोच भी है। बुधवार को भी निशा प्रैक्टिस के लिए एकेडमी पहुंची। पवन और उसके साथी सचिन ने निशा की गोली मारकर हत्या कर दी। निशा या सूरज की किसी से दुश्मनी नहीं थी। फिर उन्हें क्यों मारा गया? ये हमें नहीं पता।
दीपक ने आगे कहा- निशा की हत्या करने के बाद पवन ने निशा की मां धनपति देवी को फोन करके कहा कि प्रैक्टिस खत्म हो गई है, वो निशा को ले जाएं। जब सूरज और धनपति निशा को लेने एकेडमी पहुंचे, तो पवन व सचिन ने उन दोनों पर भी गोली चला दी। गोली लगते ही धनपति गिर गईं। मां को गिरते देखकर सूरज गांव की तरफ भागा, इसी दौरान पवन और सचिन ने पीछा करके सूरज को भी गोली मार दी।
दीपक ने कहा- एकेडमी में सीसीटीवी कैमरे लगे थे। घटना के बाद पवन उन्हें उखाड़ ले गया। एकेडमी में कुछ मिस्त्री भी लगे हुए थे जो वारदात के बाद से फरार हैं। पवन रोहतक जिले के बालंद गांव का रहने वाला था। सचिन उसका साथी था।
घटना के बाद गांव के लोग निशा, सूरज और धनपति देवी को लेकर सोनीपत अस्पताल पहुंचे। निशा और सूरज को मृत घोषित कर दिया गया। धनपति को रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। पुलिस ने अखाड़े में मौजूद पहलवानों से पूछताछ के बाद ग्रामीणों से भी सवाल-जवाब किए। वहीं घटना से नाराज हलालपुर गांव के लोगों ने सुशील कुमार कुश्ती एकेडमी में तोड़फोड़ की। मीडियाकर्मियों को खदेड़ दिया।