भारत में खेल को बहुत महत्व दिया जाता है। एक वक्त था जब खेल जगत में केवल पुरुषों को ही आगे किया जाता था। 

महिलाएं केवल घरेलू मैदान तक ही नहीं, बल्कि ओलंपिक तक भी जा पहुंची है 

ओलंपिक खेलों की बात करें तो पहली बार इन खेलों में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला शाइनी अब्राहम थीं 

इन्होंने खेल जगत में अपने एक अलग मुकाम हासिल किया है। 

उन्हें बचपन से ही खेलकूद का बहुत शौक था।  

शाइनी अब्राहम ओलंपिक में भारतीय दल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं।  

शाइनी ओलंपिक खेलों में देश की पहली महिला ध्वजवाहक भी रहीं। 

साल 1985 के एशियाई खेलों में के 800 मीटर गोल्ड मेडल अपने नाम किया।