पढ़ाई-लिखाई करते समय कैसे बैठना चाहिए

पढ़ाई-लिखाई में हर कोई अपना बेस्ट देने के लिए जीतोड़ मेहनत करता है। लेकिन फिर भी सभी को कामयाबी नहीं मिल पाती है। 

हमारे धर्मशास्त्रों के इसको लेकर कुछ खास संकेत दिए गए हैं, जिससे आपकी सफलता में कोई बाधा न आएं। 

पढ़ाई-लिखाई करते समय आपको इन बातों का रखें खास ध्यान-

छात्रों को पढ़ने के लिए एक खुली और शांत जगह का चुनाव करना चाहिए। शोर-शराबा वाली जगह का चुनाव बिल्कुल नहीं करना चाहिए।  

पढ़ने के लिए  एक कुर्सी और एक टेबल का इश्तेमाल करें। उचित रोशनी में ही पढ़ने बैठे, पढ़ते समय अपने शरीर को बिल्कुल भी ढीला ढाला ना रखें। 

स्टडी रूम में पढ़ने के लिए अपनी मेज को इस दिशा में लगाएं कि पढ़ते समय आपका मुंह पूरब दिशा की ओर रहे 

क्योंकि इस दिशा को देवता की दशा माना जाता हैं।  

इससे आपको ज्यादा पॉजिटिव एनर्जी का एहसास होगा। सूर्य को देवता माना जाता है। यह ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। अध्ययन के दौरान कमरे में उचित रोशनी होनी चाहिए। 

शाम के समय पढ़ाई करने से बचें-