IMF की पहली महिला चीफ इकोनॉमिस्ट से लेकर IMF की पहली डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर बनने तक गीता गोपीनाथ ने अपने नाम कई बड़े रिकॉर्ड किए हैं।
सातवीं क्लास तक तो गीता के केवल 45 परसेंट ही मार्कस आते थे, लेकिन उसके बाद उन्होंने खूब मेहनत की और अपने हाथों से अपनी कामयाबी की कहानी लिखने लगीं।
, जिसके बाद उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर काम करना शुरु किया।