योगी सरकार किसानों को लेकर लगातार कई दावे करती नजर आई है कि उनकी सरकार में किसानों के लिए जितने काम किए गए है उतना काम आज से पहले किसी भी सरकार में नहीं हुआ, लेकिन अगर यूपी के किसानों की बात की जाए तो वहां के हालात कुछ और ही नजर आते है।
अब किसानों को फसलों के सही दाम मिल रहे है कि नहीं यह तो राम भरोसे ही है पर हालात इतने बदतर है कि यूपी में किसानों को अब खाद तक नहीं मिल रही, हाल ही में एक खबर सामने आई थी कि खाद की लाइन में लगे एक किसान ने दम तोड़ दिया।
इन सभी मुद्दों को लेकर जब किसानों ने योगी सरकार के श्रमराज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ से सवाल किया तो वह इसपर उल्टा जवाब ही देते नजर आए। उनके इस बयान का अब एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और अपनी वीडियो के चलते वह अब विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं।
वायरल वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है कि कैसे किसान मनोहर लाल पंथ से खाद की मांग करते हैं, लेकिन मनोहर लाल पंथ उनकी बात को नजरअंदाज करते हुए उलटा उन्हें ही धमकाने लग जाते हैं। उनका कहना था कि सरकार काम कर रही है। इसके लिए किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। आप लोगों को लगे तो वोट दे देना नहीं तो जो आपकी मर्जी हो वो करते रहना। वीडियो में किसान मनोहर लाल पंथ से बहस करते भी दिख रहे हैं पर मनोहर लाल पंथ के ऊपर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा और वो केवल किसानों से बहस करते नजर आते हैं।
इस वीडियो को युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने भी अपने ट्विटर पर साझा किया उन्होंने इस वीडियो पर तंज कसते हुए कहा कि, “ये अहंकारी जवाब किसानों को दिया गया है”
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हैरानी की बात है कि, यूपी में किसानों की कोई सुनवाई नहीं है, उन्हें खाद के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं। इसको लेकर किसान धरना प्रदर्शन भी कर रहे है, लेकिन उन्हें बस मिल रहा है तो केवल आश्वासन ही। इसी के बीच बीते शुक्रवार को एक किसान की खाद में लाइन में लगे रहने के दौरान मौत हो गई। खाद के लिए किसानों के धरना प्रदर्शन के बाद कुछ स्थानों पर खाद वितरित भी की गई लेकिन फिर भी किसानों को जरूरत के मुताबिक खाद नहीं मिली।
वहीं, एक किसान अपनी फसल को ना बेच पाने की वजह से लाचार नजर आया। वह किसान लखीमपुर खीरी स्थित मोहम्मदी मंडी में पांच दिन से फसल बेचने की कोशिश कर था लेकिन जब उसकी धान की खरीदारी नहीं हुई तो उसने परेशान होकर मंडी में ही अपनी फसल को आग के हवाले कर दिया।
इसपर किसान का आरोप है कि पांच दिन से वो लगातार केंद्र प्रभारियों की खुशामद कर रहा है ताकि उसका धान बिक जाए लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद भी उसकी फसल नहीं बिकी है। इसके बाद किसान के सब्र का बांध टूट गया और उसने अधिकारियों के सामने ही अपनी फसल पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी।
इस वीडियो को यूपी कांग्रेस ने अपने ट्विटर पर भी साझा किया और लिखा कि, “क्या यही हैं अच्छे दिन? लखीमपुर के मोहम्मदी खीरी मंडी में किसान के धान की खरीदारी नहीं हुई और किसान ने धान में आग लगा दी। सरकार किसानों की आय दुगुना करने आई थी, परिणाम यह है कि किसानों की आय को ही खत्म कर दिया”।