नई दिल्ली: शास्त्रों के अनुसार मोर का पंख बेहद चमत्कारी होता है, इसमें ब्रह्माण्ड के सभी देवी-देवताओं और सभी नौ ग्रहों का वास होता है। मोर के पंख का सिधा संबंध भगवान श्रीकृष्ण से माना जाता है। वास्तु के अनुसार इसे घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा तो आती ही है, ग्रहदोष भी शांत हो जाते हैं। घर के वास्तुदोष निवारण में मोरपंख बहुत ही कारगर उपाय है। मोरपंख घर में होने से वास्तुदोष दूर हो सकता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि और धन-संपदा आ सकती है। आज हम आपको मोरपंख से जुड़े कुछ कारगर उपाय बताने जा रहे हैं।
• मोरपक्षी का शत्रु सर्प है अत: ज्योतिष के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में राहू की स्थिति शुभ नहीं हो उन्हें मोर पंख सदैव अपने साथ रखना चाहिए इससे राहत मिलेगी।
• जीवन में अचानक कष्ट या विपत्ति आने पर घर अथवा शयनकक्ष के अग्नि कोण में मोर पंख लगाना चाहिए। कुछ ही समय में सकारात्मक असर दिखने लगेगा।
• वास्तु के अनुसार यदि आपके काम अटके हुए हैं,कोई काम समय पर पूरा नहीं होता तो अपने घर के पूजा स्थल में पांच मोरपंख रखें और प्रतिदिन इनकी पूजा करें। 21 दिन बाद इन मोरपंख को तिजोरी या लॉकर में रख दें, ऐसा करने से धन-संपत्ति में वृद्धि होगी और अटके हुए काम भी बनने लगेंगे।
• पूर्व या उत्तर दिशा में दो मोरपंखों को एकसाथ अपने बेडरूम की दीवार पर लगाने से दांपत्य जीवन से जुड़ी समस्याओं का अंत होता है और रिश्तों में प्रेम और मधुरता आती है।
• यदि घर में वास्तु में मान्य पंचतत्वों का संतुलन ठीक न हो और घर में नकारात्मक ऊर्जा का निरंतर प्रवाह हो रहा हो तो घर के पूजास्थल पर 5 मोरपंख रखें। इस कार्य से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
• मोर पंख के घर में होने से प्रायः बिषैले जीव-जंतु नहीं आते। मोरपंख को ऐसी जगह रखना चाहिए जहां से सभी की नजर उस पर पड़ सके, ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर होती है।
• यदि आपका बच्चा जिद्दी होता जा रहा हो तो उसे नित्यप्रति मोर पंखों से बने पंखे से हवा करनी चाहिए या अपने सीलिंग फैन पर ही मोर पंख की पंखुड़ियों पर चिपका देना चाहिए।
• नवजात शिशु के सिरहाने चांदी के तावीज में एक मोर पंख भरकर रखने से शिशु को किसी प्रकार का डर नहीं लगेगा किसी की नजर भी नहीं लगेगी।