वास्तु शास्त्र के अनुसार पुराने कैलेंडर को दीवार पर लगाए रखना अशुभ माना गया है। जैसे- जैसे साल बदलता है, वैसे ही चीज़ें भी बदल जाती हैं। कुछ लोग अपने लिए नये लक्ष्य तैयार कर लेते हैं, तो कुछ लोग आगे बढ़ने की तरक्की करने की कोशिश करते हैं। पुराने कैलेंडर बीते साल के साथ बीती बातों में ही आपको अटका सकता है चाहे वो यादें सुखद हो तब भी। आगे के जीवन में कोई ऐसा इंसीडेंट हो सकता है कि बार-बार पलटकर पिछले उसी साल के बारे में सोचना पड़े। इससे भविष्य की रूपरेखा प्रभावित होती है। नए साल में नए कार्य करने के लिए ऊर्जा की कमी भी मानी जाती है।
इस तरह लगाएं कैलेंडर तो रौशन रहेगा पूरा साल
- जैसे ही नया साल आता है, वैसे ही आपको तुरंत कलैंडर बदल देना चाहिए। अगर आप पुराना कैलेंडर लगाकर रखते हैं तो यह आपको आगे नहीं बढ़ने देता है। इसी के साथ कितनी भी कोशिश कर ले व्यक्ति अच्छे मौके प्राप्त नहीं कर सकता है। इसलिए नए साल के सुनहरे मौके पर घर के अंदर से नया कैलेंडर लगाना चाहिए और पुराने को हटा देना चाहिए।
- जब आप कैलेंडर लगाते हैं तो आपको कैलेंडर उत्तर दिशा, पूर्व दिशा और पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए। उत्तर दिशा को कुबेर दिशा माना जाता है। इस दिशा में नया कैलेंडर लगाना बहुत ही शुभ होता है अगर आप इस दिशा में नया कैलेंडर लगाते हैं, तो आपको धन की वृद्धि होने लगेगी। वहीं दूसरी तरफ अगर आप पश्चिम दिशा में कलैंडर लगाते हैं तो आपके काम तेजी से बनने लगेंगे। इससे व्यक्ति की ऊर्जा बढ़ने लगती है।
- अगर आप दक्षिण दिशा में कैलेंडर लगाते हैं तो इससे आपके जीवन में मुसीबतें आ सकती हैं। अगर आप इस दिशा में कलैंडर लगाते हैं तो आपकी तरक्की में रुकावट आ सकती हैं। दक्षिण दिशा को ठहराव की दशा माना जाता है।
- इसलिए इस तरफ कलैंडर या फिर घड़ी लगाना आपकी जिंदगी पर एक बुरा प्रभाव डाल सकता है। इसी के साथ साथ आपकी सेहत पर भी बहुत बुरा असर पड़ सकता है। इसी के साथ खास तौर पर दक्षिण दिशा घर के मुखिया की सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकती है।
- इसी के साथ यह ध्यान रखना चाहिए कि कैलेंडर में हिंसक जानवरों और त्रासदी या फिर कांटेदार पौधों की फोटो ना होनी चाहिए। कैलेंडर की फोटो ऐसी होनी चाहिए जो मन को सुकून देने वाली हो। जैसे कि रंग बिरंगे फूल हो या फिर संत महापुरुषों की तस्वीरें हो।
- कैलेंडर को घर के मुख्य दरवाजे के सामने नहीं लगाना चाहिए। इसको वास्तु शास्त्र के अनुसार बहुत ही अशुभ बताया गया है।