नई दिल्ली: हिंदू धर्म में शंख को पुराने समय से ही बेहद शुभ माना जाता है। शास्त्रों में शंख का हमेशा ही बहुत महत्व रहा है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत में शंख बजाकर उसकी शुरुआत की जाती है। कहां जाता हैं कि शंख में देवतागण वास करते हैं। इसके मध्य में वरुण देव, पृष्ठ भाग में ब्रह्मा जी और अग्र भाग में गंगा और सरस्वती का निवास माना जाता है। शंख बजाने से स्वास्थ्य से जुड़े भी कई फायदे होते हैं।
शंख रखने के फायदे
वास्तु के अनुसार घर में शंख रखने से दोषों से छुटकारा मिलता है, साथ ही धन और आरोग्य की प्राप्ति होती है। अगर आपके घर के किसी हिस्से में वास्तु दोष है, तो उस कोने में शंख रखने से वहां का वास्तु दोष समाप्त हो जाता है। आपको बता दें शंख प्रायः तीन प्रकार के होते हैं- दक्षिणावृत्ति शंख, मध्यावृत्ति शंख तथा वामावृत्ति शंख।
जो शंख दाहिने हाथ से पकड़ा जाता है, वह दक्षिणावृत्ति शंख कहलाता है। जिस शंख का मुंह बीच में खुलता है, वह मध्यावृत्ति और जो शंख बायें हाथ से पकड़ा जाता है, वह वामावृत्ति शंख कहलाता है। इनमें से दक्षिणावृत्ति शंख को लक्ष्मी का कारक माना जाता है। इसे घर में रखने से धन-सम्पदा में बरकत होती है।