नई दिल्ली: परिवार को आगे बढ़ाने के लिए व्यक्ति को किसी न किसी साथी की जरूरत होती है और इसकी कारण वह पारिवारीक या शादी शुदा जीवन को व्यतित करता है। रिश्ते में किसी तरह की प्रॉब्लम न हो, इसके लिए हर तरह की कोशिशों में जुटा रहता है। लेकिन कभी-कभी बहुत कोशिशों के बावजूद रिश्तों में दरार या खटास का माहौल बन जाता है। आपसी तालमेल के बाद भी सदस्यों में झगड़े बढ़ने लगते हैं। प्रभावित व्यक्ति को ये समझ नहीं आता कि आखिर दिक्कतें क्यों बढ़ती जा रही हैं। माना जाता है इसके पीछे वास्तु दोष भी हो सकते हैं।
कई बार लोगों को ये ज्ञात नहीं होता कि रिश्तों में दरार के पीछे वास्तु से जुड़े नियम भी अहम रोल निभा सकते हैं। हम आपको रिश्तों में सुधार के लिए वास्तु से जुड़ी कुछ चीजें बताने जा रहे हैं।
• कभी-कभी लोग लकड़ी के बेड की जगह मेटल से बने बेड को घर में रख लेते हैं। उन्हें लगता है कि उसकी मजबूती लंबे समय तक टिकी रहेगी और खर्चा भी कम होगा। लेकिन वास्तु के मुताबिक ऐसा करने से नींद में खलल पड़ जाता है और पार्टनर्स के बीच झगड़े भी बढ़ने लगते हैं। ये छोटी सी गलती कभी-कभी रिश्तों में सुधार की गुंजाइश भी नहीं छोड़ती। इतना ही नहीं कहते हैं कि वास्तु के मुताबिक घर में दो अलग-अलग बेड न हो तो ही बेहतर होता है।
• लोग घरों में कबाड़ या पुराने जूते-चप्पल भी रखते हैं, जो कि घर में नेगेटिविटी की वजह बन सकते हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक इस नेगेटिविटी के कारण भी रिश्तों में खटास आती है। अगर आप भी अपने रिश्तों में सुधार लाना चाहते हैं, तो आज ही घर से ऐसी चीजों को निकाल फेंके, जो अब आपके इस्तेमाल के लायक नहीं हैं।
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• घर में मुरझाए हुए फूलों के कारण भी नेगेटिविटी आती है। आप घर में फूलों को स्थान दें, लेकिन उनके मुरझाने पर उन्हें घर से निकाल देना ही बेस्ट रहता है। कहते हैं कि मुरझाए हुए फूलों के कारण घर में नेगेटिविटी ज्यादा बढ़ जाती है और रिश्तों में मनमुटाव भी आता है।
• कभी-कभी लोग बेडरूम को अट्रैक्टिव बनाने के लिए उसमें डार्क कलर करवा लेते हैं, लेकिन ये कदम भी रिश्तों में दरार का कारण बन सकती है। मान्यता है कि डार्क कलर से जीवन में अंधेरा दस्तक दे सकता है और रिश्ते भी बिगड़ने लगते हैं। ऐसे में बेडरूम में हल्के रंगों का इस्तेमाल करना बेस्ट रहता है।
• मास्टर बेड की दिशा का ख्याल रखना भी शुभ माना जाता है। घर में मौजूद मास्टर बेड हमेशा दक्षिण और पश्चिम दिशा में ही स्थित होना चाहिए। इससे भी रिश्तों में सुधार की गुंजाइश बढ़ती है। साथ ही पति और पत्नी के बीच मधुरता बनी रहती है।