नई दिल्ली: अक्सर कई लोग लाखों प्रयासों के बाद भी सफल होने में नाकाम रहते हैं या हर तरह से सेविंग करने के बाद भी पैसा उनके पास टिकता नहीं है। घर में कोई न कोई इंसान बीमार रहता है तो इस मतलब है कि घर का वास्तु ठीक नहीं है। इसलिए आज के समय में वास्तु पर विशेष ध्यान दिया जाता है। अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं या धन में वृद्धि नहीं हो पा रही है तो आप वास्तु के ये कुछ चीजों को बेहद चमत्कारी और पवित्र बताया गया है जिनके प्रभाव से बिगड़े काम बन जाते हैं और परेशानियां मिट जाती है। इन्हीं में से एक है पारस पीपल का पेड़। पारस पीपल का पेड़ दुर्लभ पेड़ है जिसे घर के आंगन में लगाया जाए तो परिवार में धन का अभाव कभी नहीं रहता। इस पेड़ के सानिध्य में रहने वालों लोग सदा धनवान, सुखी और संपन्न रहते हैं। इतना ही नहीं इसके पत्तों के कई चमत्कारी उपाय हैं जो जीवन की अन्य कई परेशानियां को खात्मा कर डालते हैं।
धनवान बनाता है पारस पीपल
जैसा कि नाम से ही जाहिर है पवित्र पीपल पारस की तरह अपने आस पास की चीज को सोने का बना देता है। कुछ यही इस पेड़ का कमाल है। ज्योतिष शास्त्र में इसे गुरु का पेड़ कहा गया है और माना जाता है कि अगर कुंडली में गुरु कमजोर हैं तो इसे घर में लगाना चाहिए।
इसे इंडियन ट्यूलिप भी कहते हैं और वनस्पति विज्ञान में इसे portia tree और aden apple कहा जाता है।
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इस पेड़ की पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और धन लक्ष्मी भी खुश होकर परिवार को मालामाल कर देती हैं। पारस पीपल दरअसल पीपल का ही बोनसाई रूप है इसलिए इसे घर में लगाने की बजाय घर के आंगन, घर के नजदीक या मंदिर परिसर में लगा सकते हैं।
अगर कई कोशिशों के बाद भी आप पैसों का तंगी का सामना करते हैं तो पारस पीपल के 108 पत्तों पर भगवान विष्णु का नाम लिखकर नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए। इससे घर में पैसों की तंगी तो दूर होगी ही साथ ही धन लाभ भी होने लगेगा।
कई लोग नजर लगने से परेशान रहते हैं। अगर घर में नजर लगने के कारण कोई बार बार बीमार पड़ रहा है तो पारस पीपल के 21 पत्तों पर ऊं हं हनुमतै नमः लिखकर बहते हुए पानी में डाल दीजिए। इससे बुरी नजर का प्रकोप हट जाएगा।
अगर शादी की उम्र निकल रही है और शादी के योग नहीं बन रहे तो पारस पीपल की जड़ में जल चढ़ाना चाहिए। इसके साथ अगर गुरु ग्रह के मंत्र का जाप करेंगे तो जल्दी शादी के योग बनेंगे।
पारस पीपल का पेड़ कैसा होता है
यह दुर्लभ होता है और शहरों में कम ही देखने को मिलता है। देखा जाए तो इसके पत्ते पीपल जैसे ही नजर आते हैं लेकिन इनकी गोलाई पीपल के पत्तों से ज्यादा होता है। जहां पीपल लंबा और बड़ा होता है, वहीं पारस पीपल की लंबाई कम होती है।
पारस पीपल में पीले रंग के फूल आते हैं , अगर ये फूल गुरु ग्रह को अर्पित किए जाएं तो गुरु मजबूत होकर कुंडली में शुभ फल प्रदान करते हैं।