उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महिला सुरक्षा को लेकर लाख दावे करती है, लेकिन यूपी में मौजूदा हालात बिल्कुल उलट है। अगर देखा जाए तो यूपी में रोज ही कही ना कही से मासूम बच्चियों और महिलाएं से रेप व छेड़छाड़ की कोई न कोई घटनाएं सामने आ ही जाती है, जिसके चलते अब उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सवालों के घेरे में है। इसी का एक मामला लखनऊ से सामने आया है। जहां घर में काम करने वाले एक व्यक्ति ने 10 महीने की बच्ची का कथित रूप से दुष्कर्म किया है।
जिसमें बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई और बच्ची को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची के जननांग में काफी चोट आई हैं।
पुलिस ने बताया कि यह घटना बीते रविवार सआदतगंज मोहल्ले की है। जब बच्ची की मां रसोई में थी तब उसने अपनी बेटी की रोने की आवाज सुनी, तो वह भाग कर बेडरूम में गई, जहां उसने घर में काम करने वाले व्यक्ति सनी को आपत्तिजनक अवस्था में देखा। इसके बाद आरोपी मौका पाते ही वहां से भाग गया।
इस मामले की जानकारी देते हुए सआदतगंज के थाना प्रभारी बृजेश कुमार यादव ने कहा कि इस घटना के बाद परिवार की शिकायत पर आरोपी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ बलात्कार, यौन उत्पीड़न और पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बच्ची की अवस्था की जानकारी देते हुए पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो. जेडी रावत ने बताया कि घटना से योनि सहित जननांग को काफी नुकसान पहुंचा है, लेकिन बच्ची होश में है। हालांकि, पेशाब करते समय और मलत्याग के दौरान उसे दर्द होता है, जिसके लिए दवा शुरू हो गई है। हमने उसे एंटीबायोटिक्स पर रखा है और आगे के आकलन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।