उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हर पार्टी का ध्यान केवल जीत की तरफ है और ऐसे में अगर किसी पार्टी पर कोई दाग हुआ तो वह उनकी जीत में रुकावट का सबसे बड़ा जरिया बन सकता है, ऐसे में हर पार्टी पहले से ही यह सुनिश्चित कर लेना चाहती है कि उनकी पार्टी पर कोई दाग ना हो।
लेकिन बीते कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी में अखलेश यादव की मौजूदगी में बांदा जेल में बंद मऊ सदर से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने पार्टी की सदस्यता ली थी, जिसके बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि मायावती मुख्तार परिवार से किनारा करेगी।
बता दें कि मुख्तार अंसारी पिछला विधानसभा चुनाव मऊ सीट से बसपा के टिकट पर जीते थे और उनके भाई अफजाल अंसारी 2019 में गाजीपुर से बसपा के टिकट पर सांसद बने थे।
अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बसपा प्रमुख मायावती ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि आगामी चुनाव में बीएसपी किसी भी बाहुबली या माफिया को टिकट नहीं देगी। जिसके बाद मायावती ने मुख्तार अंसारी का मऊ सीट से टिकट काट दिया है और उनकी जगह भीम राजभर को उतारा है।
बता दें कि, इसकी जानकारी मायावती ने अपने आधिकारिक ट्वीट से दी है, उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि, बीएसपी का संकल्प ‘कानून द्वारा कानून का राज’ के साथ ही यूपी की तस्वीर को भी अब बदल देने का है।
अपने ट्वीट में बीएसपी प्रमुख मायावती ने लिखा कि, ‘बीएसपी का अगामी यूपी विधान सभा आम चुनाव में प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबली व माफिया आदि को पार्टी से चुनाव न लड़ाया जाए। इसके मद्देनजर ही आजमगढ़ मंडल की मऊ विधान सभा सीट से अब मुख्तार अंसारी का नहीं, बल्कि यूपी के बीएसपी स्टेट अध्यक्ष भीम राजभर के नाम को फाइनल किया गया है।’
इस दौरान दूसरा ट्वीट करते हुए मायावती ने कहा कि, ‘जनता की कसौटी और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के प्रयासों के तहत ही लिए गए इस निर्णय के फलस्वरूप पार्टी प्रभारियों से अपील है कि वे पार्टी उम्मीदवारों का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखें ताकि सरकार बनने पर ऐसे तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने में कोई भी दिक्कत न हो।’
अपने एक और ट्वीट में मायावती ने कहा कि, ‘बीएसपी का संकल्प ‘कानून द्वारा कानून का राज’ के साथ ही यूपी की तस्वीर को भी अब बदल देने का है ताकि प्रदेश व देश ही नहीं बल्कि बच्चा-बच्चा कहे कि सरकार हो तो बहनजी की ‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ जैसी तथा बीएसपी जो कहती है वह करके भी दिखाती है यही पार्टी की सही पहचान भी है।’