यूपी में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने जा रहे है और स्थितियों को देखते हुए पार्टियां आए दिन अपनी चुनावी रणनीति में फेरबदल करती नजर आ रही है, ऐसे में समाजवादी पार्टी ने अब हर व्यक्ति तक अपनी बात पहुंचाने के लिए एक नई रणनीति पर विचार किया है।
इस नई रणनीति के तहत समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अब अपनी विधानसभा में आने वाले गांवों को गोद लेने जा रहे है।
पार्टी के नेता माह में एक दिन संबंधित गांव में एक चौपाल लगाएंगे और बाकी के दिनों में अलग-अलग मौहल्लों में जाकर लोगों से मुलाकात करके उन्हें समाजवादी सरकार के कार्यकाल में पार्टी के द्वारा यूपी के लिए किए गए विकास कार्यों से अवगत कराने का काम करेंगे।
बता दें कि, समाजवादी पार्टी इन दिनों चुनावी तैयारियों में कोई भी ढिलाई नहीं छोड़ना चाहती और इसी को देखते हुए पार्टी द्वारा विभिन्न फ्रंटल संगठनों, मोर्चा और समर्थित पार्टियों की ओर से यात्रा निकाली जा रही है।
समाजवादी पार्टी की प्रचार यात्राएं इस प्रकार से है ?
तैयारियों को देखते हुए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल किसान पटेल यात्रा, सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजपाल कश्यप की पिछड़ा वर्ग स्वाभिमान यात्रा, लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय महासचिव के नेतृत्व में बेरोजगार, किसान व मजदूर संवाद यात्रा, पूर्व मंत्री राम किशोर बिंद की समाजवादी जन चौहान, बिंद, निषाद केवट मल्लाह यात्रा, महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह की जनसंवाद यात्रा, जनवादी पार्टी अध्यक्ष डॉ. संजय चौहान की जनवादी क्रांति रथ यात्रा समेत पार्टी की करीब दो दर्जन यात्राएं जारी हैं। हर क्षेत्र में पार्टी की पकड़ के लिए अलग-अलग क्षेत्र तय किए गए हैं।
समाजवादी पार्टी अब गांवों में बनाएगी अपनी पकड़
इसी क्रम में सपा अगले चरण में गांवों में पकड़ बनाने के लिए अपनी रणनीति पर कार्य करेगी। बताया जा रहा है कि, यह कार्यक्रम अक्तूबर के पहले सप्ताह से शुरू किए जा सकते है, जिसकी तैयारियां पार्टी ने शुरू कर दी है।
गांवों में अपनी पकड़ को मजबूत बनाने के लिए इस कार्यक्रम के तहत सपा के जिला कार्यकारिणी अथवा पार्टी में उम्मीदवार के तौर पर खड़े होने वाले वरिष्ठ नेता अपनी विधानसभाओं में आने वाले गांवों को गोद लेंगे। इसके अंतर्गत हर एक नेता को करीब पांच गांवों को जिम्मेदारी मिल सकती है। ताकि वह गांवों के लोगों के बीच आसानी से अपनी बात पहुंचा सके।
पार्टी के रणनीतिकारों का इसपर क्या कहना है ?
बता दें कि, इस पर पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि उनका यह कार्यक्रम यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, इस कार्यक्रम के तहत गांवों में नेताओं की मौजूदगी से गांव में रहने वाले हर एक व्यक्ति तक पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का संदेश आसानी से पहुंच सकेगा।
इतना ही नहीं इस कार्यक्रम के तहत गांव में होने वाली चौपाल में पार्टी का विशेष ध्यान किसानों की समस्या पर केंद्रित रहेगा। नेताओं को दिए जाने वाले गांवों में लघु व सीमांत किसानों की संख्या, स्थानीय स्तर पर उनकी समस्या और किसानों की मांगों को ध्यान में रखकर पत्र तैयार किए जाएंगे और जिला स्तर पर इसका आकलन करके इन्हें प्रदेश कार्यालय में भेजा जाएगा।