यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के शुरुआती महीने में होने वाले हैं। हालांकि अभी विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान नहीं किया गया है लेकिन 2017 में निर्वाचित वर्तमान विधानसभा चुनाव का कार्यकाल 14 मार्च 2022 को पूरा हो जाएगा और इसीलिए यह कयास लगाया जा रहा है कि चुनाव 14 मार्च 2022 से पहले कभी भी हो सकता है।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, इसी को देखते हुए भाजपा की तैयारियां काफी जोरो पर है। भाजपा इस चुनाव में एक भी दिन की देरी नहीं करना चाहती। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा के द्वारा जिन प्रभारियों को क्षेत्रों में संगठन और चुनावी तैयारियों की देखरेख की कमान सौंपी गई थी। उन्होंने अवध क्षेत्र की बैठक को छोड़कर पहले चरण की सभी क्षेत्रीय बैठकों का काम पूरा कर लिया है।
इस दौरान क्षेत्रीय के साथ-साथ जिला स्तर के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की गई और इस बैठक में उन्हें चुनावी भूमिका समझाई गई। भाजपा द्वारा अपनी बैठक में बूथ स्तर से लेकर चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गई और अगले सौ दिन के कार्यक्रम का रोडमैप भी पदाधिकारियों को समझाया गया।
बता दें कि, बैठक प्रभारी महामंत्री, क्षेत्रीय अध्यक्ष और पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, जिला पालक, विस्तारकों की उपस्तिथि में की गई और इस दौरान विभिन्न मोर्चों के पदाधिकारियों को उनकी चुनावी जिम्मेदारियों से भी अवगत कराया गया।
बताते चलें कि, भाजपा ने अपनी चुनावी तैयारियों को देखते हुए हाल ही में यूपी चुनाव के लिए जहां केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी वहीं अनुराग ठाकुर समेत सरोज पांडे, अर्जुन राम मेघवाल, शोभा करंडलाजे, पूर्व मंत्री कैप्टेन अभिमन्यु, केंद्रीय शिक्षा मंत्री राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और राज्य सभा सांसद विवेक ठाकुर को सह प्रभारी बनाया।