आज हम बात करने वाले रिफाइंड कार्ब्स यानी कि प्रोसैस्ड कार्ब्स की। अगर आप भी इनका सेवन करते है तो आपको आज से ही इनका सेवन छोड़ देना चाहिए क्योंकि यह आपकी सेहत के लिहाज से बिल्कुल भी ठीक नहीं होते।
तो सबसे पहले जानते है कि यह कौनसे कार्ब्स होते है। तो रिफाइंड कार्ब्स वह कार्ब्स होते हैं जो आसानी से पच जाते हैं। लेकिन यह सेहत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं होते क्योंकि इनसे शरीर में इंसुलिन लेवल बढ़ता है।
किन चीजों में पाया जाता है रिफाइंड कार्ब्स ?
अब आप सभी के दिमाग में आ रहा होगा कि आखिर यह कार्ब्स किन चीजों में पाए जाते है। तो हम आपको बता दें कि यह सभी प्रकार के जंक फूड जैसे कि फ्रेंच फ्राइज़, चिप्स और शुगर से बनी चीजों के अंदर पाए जाते है।
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रिफाइंड कार्ब्स से क्या समस्या होती है ?
अगर अधिक मात्रा में रिफाइंड कार्ब्स का सेवन किया जाए तो इससे मोटापा और हृदय की बीमारियां का खतरा बढ़ जाता है। तो आइए आज चर्चा करते है कि कैसे रिफाइंड कार्ब्स आपकी सेहत के लिए जहर के समान हो सकते है।
रिफाइंड कार्ब्स में नहीं होता कोई भी पौष्टिक तत्व
भले ही रिफाइंड कार्ब्स से भरपूर चीजें स्वादिष्ट होती है लेकिन आपको बता दें कि इनमें कोई भी पोषण मौजूद नहीं होता और इनमें कैलोरीज भरपूर मात्रा में पाई जाती है जो आपको बहुत मोटा कर सकती है।
बढ़ाती है ब्लड ग्लूकोज
रिफाइंड कार्ब्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ही ज्यादा होता है। जिसकी वजह से आपके ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है और रिफाइंड कार्ब्स के सेवन से आपको बार-बार भूख लगती है जो कि आगे चलकर आपको कई समस्या दे सकती है।
बढ़ाती है डायबिटीज का खतरा
अगर शरीर में ब्लड ग्लूकोज बढ़ जाता है तो इसकी वजह से हमारे पैंक्रियाज इंसुलिन निकालना शुरू कर देते है और जब इसका सेवन अधिक हो जाता है तो इससे इंसुलिन बनना बंद हो जाता है और अगर हमारा इंसुलिन बनना बंद हो जाए तो इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा पनपने लगता है।
बढ़ाता है कैंसर का खतरा
अगर रिफाइंड कार्ब्स का सेवन अधिक किया जाए तो इससे इंफ्लेमेशन बढ़ जाती है। जिससे बॉडी का स्ट्रेस लेवल बहुत अधिक हो जाता है और इससे डीएनए म्यूटेशन भी ट्रिगर हो जाता है जिसके चलते सेल्स में कैंसर प्रोटीन का उत्पादन होना शुरू हो जाता है।