चोरी के आपने कई किस्से सुने होंगे, लेकिन आज जो हम आपके लिए किस्सा लेकर आए है, उसे सुनने के बाद आप या तो अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे या फिर उस चोर की फूटी किस्मत पर दुख जताएंगे। दरअसल, यह घटना मध्य प्रदेश के देवास जिले से सामने आई है। यहां पर चोर को तब पछताना पड़ा जब वह चोरी के इरादे से बड़ी तमन्नाओं के साथ डिप्टी कलेक्टर के घर में दाखिल हुआ लेकिन उसके हाथ लगी सिर्फ निराशा।
इतना ही नहीं चोर को अपनी किस्मत पर इतनी निराशा लगी कि चोर ने डिप्टी कलेक्टर के घर में एक चिट्ठी लिख कर छोड़ दी, जिसमें चोर ने बड़े ही दुखी मन के साथ लिखा कि जब पैसे नहीं थे तो लॉक क्यों लगाया कलेक्टर। जिसके बाद से यह चिट्ठी अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और यूजर्स इसपर जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
समाचार एजेंसी IANS की माने तो, यह वाकया देवास जिले की सिविल लाइन स्थित सरकारी आवास का है और यह आवास डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन गौड़ को मिला हुआ है। त्रिलोचन गौड़ के पास खातेगांव के एसडीएम की जिम्मेदारी है लेकिन पिछले कुछ समय से त्रिलोचन गौड़ देवास स्थित अपने आवास पर नहीं थे।
जब चोर ने यह देखा कि काफी समय से डिप्टी कलेक्टर अपने आवास पर नहीं है, तो उसने घर में चोरी के इरादे से धावा बोल दिया और चोर बड़ी ही उम्मीदों के साथ घर में दाखिल हुआ, लेकिन उसे वहां से ज्यादा नकदी या जेवरात नहीं मिले।
अपनी चोरी की योजना को फेल होता देख शायद चोर निराश हो गया। जिसके बाद उसने डिप्टी कलेक्टर के नाम एक चिठी ही छोड़ दी। अपनी इस चिठी में चोर ने बड़ी ही निराशा के साथ लिखा कि, जब पैसे नहीं थे, तो लॉक नहीं लगाना था कलेक्टर।
बताते दें कि, इसपर डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन गौड़ का कहना है कि उनके घर का पूरा सामान इधर-उधर बिखरा हुआ पड़ा था। इतना ही नहीं उनके घर से कुछ नगदी और चांदी के जेवरात भी गायब हैं और वह इसकी सूचना पुलिस को दे चुके है।
बताते चलें कि, पुलिस प्रभारी उमराव सिंह ने इस मामले पर चर्चा करते हुए IANS को बताया कि त्रिलोचन गौड़ खातेगांव में डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं, कुछ कारणों से बीते कुछ दिनों से उनका घर बंद था। चोरी का विवरण देते हुए उमराव सिंह ने कहा कि, चोर डिप्टी कलेक्टर के यहां से 30 हजार नगदी लेकर गया है और पुलिस ने इस मामले पर केस दर्ज कर लिया है और इलाके के सीसीटीवी फुटेज की मदद से जांच में जुट गई है।