राजधानी में फिर एक बार कोरोना संक्रमितों की संख्या डराने लगी है। हफ्तेभर में मामले बढ़कर तीन गुणा हो गए हैं। दिल्ली सरकार ने सख्तियां बरतनी शुरू कर दी है ताकि राजधानी में सेकेंड वेव जैसी स्थिति ना बने। आंकड़ों के मुताबिक एक सप्ताह पहले एक्टिव केस मात्र 557 थे, लेकिन 28 दिसंबर को यह बढ़कर 1612 पर पहुंच गए है। केवल सात दिनों में 1055 एक्टिव मामले सामने आए है।
397 पहुंची कंटेनमेंट जोन की संख्या
वहीं कंटेनमेंट जोन की बात करें तो यह भी दो गुणा तक बढ़ गए है। एक सप्ताह पहले तक इनकी संख्या 173 थी कल तक यह 397 हो गई है। 224 कंटेनमेंट जोन की वृद्धि हुई है। इन्ही सात दिनों अस्पताल में 87 मरीज बढ़ गए, जबकि महीने की शुरुआत में केवल 10 से 2 लोग ही भर्ती हो रहे थे। होम आइसोलेशन में भी एक सप्ताह में 574 मरीज बढ़े है। अब हाेम आइसोलेशन में कुल 836 मरीज है।
वहीं इसी एक सप्ताह में 5 लोगों की मौत हुई है, जबकि पिछले महीने तक एक महीने में ही केवल तीन से चार लोगों की मौत रिपोर्ट की जा रही थी। तेजी से बढ़ते कोरोना के इस ग्राफ को देखकर आम लोगों में एक बार फिर डर बढ़ने लगा है। दिल्ली में यह हाल तब देखा जा रहा है कि जब हाल ही हुए छठे सीरो सर्वे में 97 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडिज पाई गई थी। साथ ही सौ प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लग चुकी है और 73 प्रतिशत लोग फुल्ली वैक्सीनेट है।