आज शिक्षक दिवस है और इस दिन का सार यही है कि भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति शिक्षाविद श्री सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन आज के ही दिन होता है और उनको याद रखने के मकसद से ही इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है.
शिक्षक की भूमिका जीवन में सबसे बड़ी
कहते तो हैं की माता पिता की भूमिका किसी भी व्यक्ति के जीवन में सबसे बड़ी होती है लेकिन फिर बात ये आती है कि माता पिता भी तो शिक्षक का ही रूप होते हैं, जीवन पहले कुछ ककहरे हम उनसे ही सीखते हैं. कुल मिला कर हम जिस भी इंसान से अच्छा या बुरा कुछ भी सीखते हैं वो हमारा शिक्षक ही होता है.
सिर्फ इंसान ही नहीं अनुभव भी होते हैं शिक्षक
कई बार इंसानी जीवन के अनुभव भी हमें बहुत कुछ सीखा जाते हैं, जरुरी नहीं की गुरु की भूमिका एक इंसान ही निभाए कुछ अनुभव भी अदृश्य गुरु का रोल अदा कर जाते हैं, हमारी सफलता, विफलता, सम्मान, अपमान और समाज भी हमें बहुत सारी सीख देकर जाता है.
पिछले कुछ समय में कोरोना रहा है सबसे बड़ा शिक्षक
पिछले २ सालों में कोरोना महामारी ने जिस तरह का तांडव मचाया है, पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है, जीवन में कुछ भी हमेशा नहीं रहता इस बात का सबसे बड़ा प्रमाण कोरोना महामारी में मिला. जिस तरह का इस बीमारी का लक्षण है हमने अपनों को दूर भागते देखा, परायों को मदद का हाथ बढ़ाते देखा तो कुछ क़रीबियों को दुनिया से जाते देखा. इंसान को इंसानियत और हैवानियत की पहचान कराने वाला दुनिया का सबसे बड़ा अनुभव कोरोना काल से ही मिला है.
जीवन का सार यही है की हर अच्छे और बुरे इंसान और अनुभव से सीखते रहिये क्यूंकि कुल जमा आप जो भी हैं जैसे भी हैं इन्ही अनुभवों की बदौलत हैं. बाकी शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ |