तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना के IAF Mi-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य 11 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद शवों को सैन्य अस्पताल से वेलिंगटन में मद्रास रेजिमेंटल सेंटर (एमआरसी) भेज दिया गया था।
इस दौरान शहीदों को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए तेलंगाना की राज्यपाल और पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और अन्य पहुंचे थे।
इसके बाद जब वेलिंगटन से शहीदों को हवाई अड्डे के लिए ले जाया जा रहा था तो काफिले में मौजूद एक एंबुलेंस और एक पुलिस वैन दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि एम्बुलेंस और सुरक्षा वाहनों का काफिला वेलिंगटन से सुलूर हवाई अड्डे की तरफ जा रहा था इसी दौरान अचानक पुलिस वाहन का एक्सल टूट गया और जब वैन चालक ने वाहन को रोकने की कोशिश की तो वह सड़क किनारे एक दीवार से जाकर टकरा गया।
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हालांकि इस घटना में किसी को ज्यादा चोट नहीं आई, केवल 7 पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं है। जिसके बाद उन्हें मेट्टुपालयम स्थित एक सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया गया।
इस बीच शवों को ले जा रही एंबुलेंसों में से एक एंबुलेंस भी दुर्घटना की शिकार हो गई लेकिन इसमें भी किसी को ज्यादा चोट नहीं आई। इसके बाद शवों को दूसरी एंबुलेंस में स्थानांतरित कर सुलूर एयरबेस के लिए भेज दिया गया।
बताते चलें कि तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को सेना का IAF Mi-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें हेलीकॉप्टर में सवार CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी। इस हादसे में केवल वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जीवित बचे है लेकिन उनकी हालत भी नाजुक बताई जा रही है। उनका इलाज फिलहाल सैन्य अस्पताल में चल रहा है।