‘आजादी’ यह वह शब्द है जो हर किसी के दिल में शांति और शुकुन का संचार करता है और आजादी किसे नहीं पसंद। कल जहां भारत अपनी आजादी के जश्न में डूबा हुआ था, वहीं अफगानिस्तान पल-पल अपनी आजादी खो रहा था।
कल यानी 15 अगस्त रविवार को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में प्रवेश कर अफगानिस्तान में अफरा-तफरी का माहौल बना दिया।
तालिबानी आतंकी काबुल में घुसने के बाद राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया और राष्ट्रपति अशरफ गनी को देश को छोड़ना पड़ा।
आपको बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान ने अपनी जीत के उद्घोष के साथ युद्ध के अंत का ऐलान कर दिया है लेकिन इसके बाद से लगातार अब इस त्रासदी की भयावह तस्वीरें सामने आने लगी है और अफगानिस्तान से आने वाली हर तस्वीर अपने दुख को छलक-छलक कर बयां कर रही है।
तालिबान के राज की वापसी के डर से अब अफगानिस्तान के हजारों लोग काबुल एयरपोर्ट की तरफ भाग रहे हैं। मंजर इतना भयावह है कि लोग अफगानिस्तान से भागकर दूसरे देश में शरण लेने के लिए अपनी जिंदगी तक को दांव पर लगा रहे है।
इस घटना के बीच सोशल मीड़िया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें काबुल एयरपोर्ट से निकले एक विमान के पहिए पर तीन लोग लटके दिखाई दे रहे हैं। सामने आई इस वीडियो में विमान सी-17 के पहिए पर लटके लोगों को एक घर की छत पर गिरते साफ-साफ देखा जा सकता है।
Advertisement
बता दें कि इस वीडियो के सामने आने के बाद लोगों ने अमेरिका को भी धिक्कारना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी की वजह से तालिबान को अफगानिस्तान पर कब्जा करने का मौका मिला है।
इस घटना पर समाचार एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि, हमले के बाद से काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़ का माहौल है और आलम यह है कि इस भगदड़ में अब तक पांच लोगों की जानें जा चुकी हैं। हजारों लोग प्लेन में जबरदस्ती घुसने की कोशिश कर रहे हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने एक गाड़ी में पांच लोगों के शवों को ले जाते हुए देखा है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इन लोगों की जान गोलीबारी से हुई या फिर एयरपोर्ट पर मची भगदड़ से। एक अमेरिकी अधिकारी ने अलजजीरा को अपने बयान में बताया कि एयरपोर्ट का जिम्मा संभाल रही अमेरिकी सेना ने भीड़ को एयरपोर्ट से भगाने के लिए हवा में फायरिंग की थी।
इस बीच काबुल एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि, हामिद करजई एयरपोर्ट से जाने वाली सभी कमर्शियल फ्लाइट्स को रद्द कर कर दिया गया है और यह फैसला एयरपोर्ट पर लूट और भगदड़ को रोकने के लिए लिया गया है। प्रशासन द्वारा लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि एयरपोर्ट की तरफ ना भागें।
अलजजीरा की रिपोर्ट की माने तो, तालिबान के सत्ता संभालने के बाद से काबुल एयरपोर्ट पर असली संकट नजर आ रहा है। एयरपोर्ट के बाहर स्थिति फिर भी बेहतर है। बता दें कि अधिकतर हिस्सों में सुरक्षा बलों ने अपने हथियार डाल दिए हैं।
बताते चलें कि तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम के द्वारा बयान जारी करते हुए कहा गया है कि, तालिबान अलग-थलग नहीं पड़ना चाहता, वह जल्द ही अफगानिस्तान की नई सरकार के स्वरूप के बारे में जानकारी देंगे। मोहम्मद नईम ने सभी देशों से अपील करते हुए मित्रता बनाए रखने की वकालत की है।
अब देखना यह होगा कि आखिर अफगानिस्तान में क्या बदलाव को देखने को मिलते है, क्या अफगानिस्तान फिर से आजाद होता है, या फिर तालिबान का कब्जा बना रहता है।