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रविवार, दिसम्बर 22, 2024
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शोध – ऐसे करें अखरोट का सेवन, कभी नहीं होगा हार्ट अटैक !

आज कल आम ज़िन्दगी में लोग इतना बिजी हो गये हैं कि वो अपने स्वास्थ्य को ले कर काफी लापरवाह हो गये हैं। वो डेली व्यायाम तो करते हैं लेकिन उतना खाके बराबर कर देते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए आज हम आप को अपने दिल को कैसे मजबूत रखे उसके बारे मे बताने जा रहे हैं –

एक शोध मे पता चला है कि अगर आप रोज तकरीबन आधा कप अखरोट का सेवन करते हैं तो हृदय रोगों का खतरा कम होता है और कोलेस्ट्रॉल 8.5 प्रतिशत तक कम हो जाता है. यह शोध हॉस्पिटल क्लीनिक डे बार्सिलोना के शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में किया है. शोधकर्ता और बार्सिलोना के आहार विशेषज्ञ एमिलियो रोस कहते हैं, इस पिछले अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि अखरोट हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरों को कम करता है. शोधकर्ताओं ने अपने इस नई रिसर्च को गंदे कोलेस्ट्रॉल के जरिए यह समझाने की कोशिश की है कि इसका हृदय रोगों में क्या भगीदार है और ये कैसे ह्रदय पर डालता है. गंदे कोलेस्ट्रॉल ह्रदय को कैसे नुकसान पहुंचाता है, रिसर्च में ये देखा गया कि अखरोट कितना फायदेमंद है हार्ट अटैक को काबू करने में।

इस रिसर्च के फायदे को जानने के लिए शोधकर्ताओं ने 628 लोगों पर पूरे दो साल तक रिसर्च की. जिनकी उम्र 63 से 79 साल के बीच थी उन्ही को इस रिसर्च में ऑब्जेक्ट के रूप में इस्तमाल किया. ये सभी बार्सिलोना और कैलिफोर्निया के निवासी थे. इन्हें दो गुटों में आधा-आधा बांटा गया. पहले गुट को रोजाना आधा कप अखरोट का सेवन करवाया गया. दूसरे ग्रुप को दूसरे नट्स का सेवन करवाये गया. दो सालों बाद दोनों ग्रुप के लोगों की जांच की गई और जांच रिपोर्ट की समीक्षा हुई. जब रिपोर्ट में सामने आया कि रिसर्च में शामिल पहले गुट के लोगों ने अखरोट खाया उनके बैड कोलेस्ट्रॉल में प्रतिशत 4.3 mg/dL तक की कमी आई. इनमें कुल कोलेस्ट्रॉल 8.5 mg/dL तक घट गया.

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गंदा कोलेस्ट्रॉल कैसे है हानिकारक

गंदा कोलेस्ट्रॉल को वैज्ञानिक भाषा में लो-डेंसिटी लाइपोप्रोटीन बोला जाता है. यही हृदय रोगों और स्ट्रोक का कारण होता है. तेलीय पदार्थ, अधिक वसा वाली चीजें खाने पर शरीर में गंदे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है. यह खून में मिलकर शरीर के हर कोने में पहुंचता है. नई रिसर्च कहती है, गंदा कोलेस्ट्रॉल यानी लो-डेंसिटी लाइपोप्रोटीन के कण अलग-अलग साइज के होते हैं. इसके छोटे और घनिष्ठ कण ही रक्त धमनियों में एक जगह रुक कर रक्त प्रवाह को ब्लॉक करते हैं. परिणाम स्वरूप रक्त का सर्कुलेशन घटता है और धमनियां खराब होना शुरू हो जाती है. इससे हार्ट अटैक और धमनियों को खराब करने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ता है.

ओमेगा-3 फैटी एसिड नुकसान से बचाता है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि अखरोट में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा अधिक पाई जाती है जो मुख्यता मछलियों में पाया जाता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड हार्ट को स्वस्थ रखने का काम करता है. अखरोट इस लो-डेंसिटी लाइपोप्रोटीन की प्रतिशत को घटाने के साथ इनमें सुधार करके ह्रदय को होने वाले खतरों को भी घटाता है. शोधकर्ता एमिलियो रोस कहते हैं, कोलेस्ट्रॉल के घटने का तरीका महिलाओं और पुरुषों में अलग-अलग प्रतिशत रहा है. पुरुषों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 7.9 फीसदी और महिलाओं 2.6 मात्रा तक घटा। अभी इसका कारक साफतौर पर सामने नहीं आ पाया है. रिसर्च में शामिल सभी लोग स्वस्थ थे वो नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज से जूझ रहे थे.

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