भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को आज कौन नहीं जानता। इन्होंने अपने नाम कई बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं। टीम इंडिया के 85वें टी20 इंटरनेशनल क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव ने 30 साल की उम्र में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। जिस वक्त उन्होंने डेब्यू किया था उस समय तक वो पहले ही 100 से ज्यादा IPL खेल चुके थे।
साल 2010 से घरेलू क्रिकेट खेल रहे सूर्यकुमार यादव को भारतीय टीम में जगह बनाने में 10 साल से ज्यादा का वक्त लग गया था। उसके बाद से जब से उन्होंने टीम इंडिया में एंट्री की है तब से जब वह बैटिंग करते हैं तो उनकी गेंद बार-बार आसमान की ही सैर पर जाती है। उन्होंने एक से एक धमाकेदार पारियां खेली हैं। उनका मानना है कि जितना भी खेलों, जब भी खेलो, कम खेलो लेकिन ऐसा खेलो की सब याद रखें।
वैसे तो उन्होंने बनारस की गलियों में अपने चाचा के साथ क्रिकेट खेलने की शुरुआत की लेकिन, उनके मैदान तक के सफर में उनकी पत्नी ने बहुत साथ दिया। 2010 में जब वो अपनी पत्नी से मिले थे और 2016 में शादी कर ली, तो वो जानती कि सूर्यकुमार यादव घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और मैं आईपीएल भी खेलते हैं। लेकिन शादी के बाद एक दिन उनकी पत्नी ने पूछा, “यह सब ठीक है, लेकिन गाड़ी आगे क्यों नहीं जा रहा तुम्हारी।”
उस वक्त तक सूर्यकुमार के मेरे बैचमेट जिनके साथ वो अंडर-23 एशिया कप में खेलते थे – अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, सभी ने 2015-16 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला और आगे बढ़े। इसलिए उन्होंने और उनकी पत्नी ने चर्चा करना शुरू किया कि हमने पिछले 3-4 वर्षों में क्या किया है और हम आगे क्या बेहतर कर सकते हैं। फिर उन्होंने एक न्यूट्रिशनिस्ट, बैटिंग कोच से बात करना शुरू किया।
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उनकी पत्नी ने उनको कुछ चीजों पर कंट्रोल करने के लिए कहा, जैसे दोस्तों के साथ देर रात तक बाहर रहना, वीकेंड पर मस्ती करना। उसके बाद उन्होंने आखिरकार अपना डेब्यू मैच खेल लिया। अपना पहला मैच खेलने के बाद, जब वो अपने कमरे में आए उन्होंने देखा कि लोग कैसे उनके बारे में बातें कर रहे हैं, तारीफ कर रहे हैं। तब उनकी पत्नी ने कहा, ये असल में तुम्हारा करियर शुरू हुआ है, जिसके लिए तुमने 10 साल मेहनत की है। ये आखिरी पड़ाव नहीं है, इसको आज के लिए मस्ती कर लो, कल से ज्यादा लोग तुम्हें देखेंगे। तो तुम्हें याद रखना है। हालांकि, उन्होंने उस मैच में बल्लेबाजी नहीं की। अपने दूसरे मैच में उन्होंने जोफ्रा आर्चर की बाउंसर पर छक्का लगाया। यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका पहला रन था। उन्होंने 31 गेंदों में नाबाद 57 रन बनाए थे।
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