मोदी सरकार ने देश को आगे बढ़ाने के लिए कई काम किए हैं। उन्होंने महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा से लेकर उनको पुरूषों की बराबरी करने तक का हौसला दिया है। आज से ही नहीं बल्कि कई सालों से महिलाएं अपने हक के लिए लड़ रही हैं, महिलाओं ने कई बड़े मुकाम हासिल किए हैंस जिनमें सरकार ने पूरा साथ दिया है। सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को भी देश के हर गांव, हर कोने तक पहुंचाया है। इसके लिए उन्होंने कई योजनाएं भी बनाई हैं। उनमें से एक है (Sukanaya Samridhi Yojna) सुकन्या समृद्धि योजना। आइए जानें इसके बारे में।
अक्सर लोग अपनी बेटियों की पढ़ाई और उनकी शादी को लेकर परेशान रहते हैं। ऐसे में छोटी बच्ची के लिए मोदी सरकार ने एक योजना निकाली थी सुकन्या समृद्धि योजना।
सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के लिए केंद्र सरकार की एक छोटी बचत योजना है जिसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम के तहत लांच किया गया है। 4 दिसंबर, 2014 में सरकार ने बालिकाओं के लिए विशेष जमा योजना ‘सुकन्या समृद्धि खाता’ (Sukanya Samridhi Account) का शुभारंभ किया था। 3 दिसंबर, 2014 को सुकन्या समृद्धि खाता नियम-2014 को भारत के राजपत्र में प्रकाशित किया गया। इसके तहत बालिका के माता-पिता 10 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं का अकाउंट खोल सकते हैं। सरकार ने 10 साल से कम उम्र की बेटी की उच्च शिक्षा और शादी के लिए बचत करने के लिहाज से केंद्र सरकार की Sukanya Scheme एक अच्छी निवेश योजना है। निवेश के इस बेहतरीन विकल्प में पैसे लगाने से आपको इनकम टैक्स बचाने में भी मदद मिलती है। इसे बहुत कम रकम के साथ खोल सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना उन परिवारों को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है जो छोटी-छोटी बचत के जरिए बच्चे की शादी या उच्च शिक्षा के लिए रकम जमा करना चाहते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए जरूरी कागजात
सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने के वक्त बच्ची का बर्थ सर्टिफिकेट पोस्ट ऑफिस या बैंक में देना जरूरी है। इसके साथ ही बच्ची और अभिभावक के पहचान और पते का प्रमाण भी देना जरूरी है.
कैसे खुलवाएं सुकन्या समृद्धि योजना खाता?
इस योजना को किसी भी डाकघर या बैंक शाखा में बेटी के जन्म के समय या फिर 10 साल की उम्र तक खुलवाया जा सकता है। खाता खुलवाते समय उसमें कम से कम 250 रूपए और एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रूपए जमा करवाने होते हैं। अगर आपकी बेटी ने योजना शुरू होने के एक साल पहले भी 10 वर्ष की आयु प्राप्त कर ली हो, तो ऎसी बेटियों के खाते भी खुलवाए जा सकते हैं। अगर आप किसी महीने में पैसे नहीं भर पा रही हैं, तो उसे 50 रुपये सालाना की पेनाल्टी देकर नियमित कराया जा सकता है। इसके साथ ही हर साल के लिए कम से कम जमा कराई जाने वाली रकम भी सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में डालनी पड़ेगी। सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट खोलने के बाद बच्ची के 21 साल के होने या 18 साल की उम्र के बाद उसकी शादी होने तक जारी रखा जा सकता है।
खाते को अगर बंद करवाना है तो अगर खाता धारक की मृत्यु हो जाये तो डेथ सर्टिफिकेट दिखाकर खाता बंद कराया जा सकता है। इसकी सारी रकम परिवार को मिल जाएगी। इसके अलावा खाते को खोलने से पांच साल के बाद बंद किया जा सकता है। लेकिन यह सिर्फ तब ही कराया जा सकता है, जब तक कोई बहुत बड़ी बात न हो। इसके अलावा अगर खाता बंद करवाना है तो करवा सकते हैं, लेकिन उस पर ब्याज सेविंग एकाउंट के हिसाब से मिलेगा।
सुकन्या का क्या लाभ है?
इस योजना का लाभ 10 साल से कम आयु की लड़कियों को दिया जाएगा। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत, बालिकाओं के माता-पिता उनकी आगे की बढ़ाई और उनकी जरूरते पूरी करने के लिए यह खाता खोला गया है।
कैसे करें आवदेन :
यह खाता पोस्ट ऑफिस या बैंकों की अधिकृत शाखाओं में जाकर खोला जा सकता है।
आपको एक फॉर्म भरना होगा, जिसमें आपको पूरी जानकारी सही-सही भरनी होगी।
खाता खुलवाने के लिए बेटी के कुछ जरूरी दस्तावेजों की जरूरत होगी, जैसे कि कन्या का जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और पहचान पत्र इत्यादि।
इसके अलावा, कन्या के माता-पिता का पहचान पत्र।
इन जरूरी बातों को भी जानें
- हालांकि एक बेटी के नाम से एक ही खाता खोला जा सकता है।
- परिवार में अगर दो बालिकाएं हैं, तो दोनों के लिए यह खाता खोला जा सकता है।
- एक परिवार में अगर दो से अधिक बालिकाएं हैं, तो उन्हें योजना में नहीं जुड़वाया जा सकता है।
- अगर जुड़वां बच्चे हैं, तो संबंधित प्रमाण-पत्र प्रस्तुत कर तीसरा खाता भी खुलवाया जा सकता है।
- बेटी जब तक 10 साल पूरी होने पहले खाते का संचालन परिवार ही करेंगे।
- एक बच्ची के लिए दो Sukanya Scheme खाता नहीं खोला जा सकता।
लड़कियों के लिए क्या क्या योजना है?
इसके अलावा भी सरकार ने लड़कियों के लिए कई योजना बनाई हैं, आइए जानें उनके नाम।
- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) – केंद्र सरकार
- बालिका समृद्धि योजना – भारत सरकार
- सीबीएसई छात्रवृत्ति योजना – भारत सरकार
- मुख्यमंत्री राजश्री योजना – राजस्थान
- मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना – मध्य प्रदेश
- माझी कन्या भाग्यश्री योजना – महाराष्ट्र
- नंदा देवी कन्या धन योजना – उत्तराखंड
- मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना – बिहार