पूरे विश्व में करीब 195 देश आते है और हर एक देश का अपना-अपना कानून होता है लेकिन अगर भारत की बात की जाए तो हमारे देश में कानून का काफी महत्व माना जाता है परंतु क्या आप जानते है कि भारत में कुछ कानून ऐसे भी है जो बड़े ही अजीबों-गरीब है।
तो आइए आज आपको भारत के ऐसे ही 10 कानूनों की जानकारी देते है जिन्हें शायद ही आपने कभी सुना होगा।
भारत के 10 अजीबों-गरीब कानून
शराब पीने के लिए कानून
वैसे तो भारत में शराब को लेकर कोई कानून नहीं है लेकिन भारत के सभी राज्यों ने अपने-अपने आधार पर शराब के सेवन को लेकर कानून बना रखे है, जैसे कि गुजरात और बिहार में शराब पूरी तरह से बैन है, दिल्ली में केवल 25 वर्ष के व्यक्ति को ही शराब पीने की मंजूरी है।
जबकि महाराष्ट्र में 21 साल की उम्र का व्यक्ति वाइन और बीयर तो पी सकता है लेकिन अन्य कोई ड्रिंक पीने की उसे भी मंजूरी नहीं है।
पतंग उड़ाने के लिए कानून
पतंग उड़ाना किसे नहीं पसंद लेकिन क्या आप जानते है कि भारत में पतंग उड़ाए जाने को लेकर भी अलग कानून है। जिसमें एयरक्राफ्ट एक्ट 1934 के अनुसार आपको पुलिस से परमिशन लेकर ही पतंग उड़ानी चाहिए वर्ना यह कानूनी जुर्म माना जाता है।
इसके अलावा इस कानून का उल्लंघन करने पर आपको या तो 10 लाख का जुर्माना भरना पड़ सकता है या फिर 2 साल की जेल भी हो सकती है।
लेटर बांटने के लिए कानून
आज भले ही इंटरनेट का जमाना आ गया हो लेकिन आज भी कई लोग और सरकारी संस्थान लेटर के माध्यम से ही अपने संदेश एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजते है लेकिन इसके लिए भी भारत में एक कानून है।
इंडियन पोस्ट ऑफिस एक्ट 1898 के तहत आपके पते पर पत्र पहुंचाने की इजाजत केवल भारतीय डाक को ही है और हैरानी की बात तो यह है कि ये कानून 120 साल पुराना है।
आत्महत्या के लिए कानून
अब आप सोच रहे होंगे कि भला मरने के लिए कौनसा कानून हो सकता है तो हम आपको बता दें कि यह कानून तब लगता है जब कोई व्यक्ति खुदकुशी की कोशिश करें और बच जाए। इंडियन पीनल कोड में धारा 309 के तहत खुदकुशी की कोशिश पर सजा का प्रावधान है, लेकिन मृत्यु पर कानून कुछ नहीं कर सकता है।
वेश्यावृति पर कानून
भारत के अलावा कई अन्य देशों में भी वेश्यावृत्ति को कानूनी माना जाता है लेकिन भारत में इसके लिए भी कानून है जैसे कि अगर कोई वेश्यावृत्ति को निजी व्यापार के लिए करता है तो उसे कानूनी माना जाता है परंतु अगर इसे ही कोई सार्वजनिक जगह पर ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए करता है तो उसे गैरकानूनी माना जाता है।
बच्चा पैदा करने पर कानून
जी हां आपने सही सुना भारत में बच्चा पैदा करने पर भी कानून है लेकिन यह कानून केवल केरल राज्य में ही है, जहां 2 बच्चों को पैदा करना ही कानूनी माना जाता है लेकिन अगर किसी के तीसरा बच्चा हो जाता है तो उस व्यक्ति को 10,000 रुपये का जुर्माना देना पड़ता है। इसके अलावा उस परिवार को सरकारी योजनाओं से भी बाहर कर दिया जाता है।
ट्रैफिक इंस्पेक्टर बनने के लिए कानून
अगर आप ट्रैफिक इंस्पेक्टर बनना चाहते है तो आपके दांत सफेद होने चाहिए लेकिन यह कानून भी पूरे भारत के लिए नहीं बल्कि केवल आंध्र प्रदेश में ही है। इंडियन मोटर व्हीकल एक्ट 1974 के तहत आंध्र प्रदेश में ट्रैफिक इंस्पेक्टर उसी व्यक्ति को बनाया जाता है जिसके दांत मोती की तरह सफेद चमकते हो।
अश्लीलता फैलाने पर कानून
भारत में अश्लीलता फैलाने को लेकर भी एक अल ग कानून है जिसमें इंडियन पीनल कोड के सेक्शन 294 के तहत अगर कोई व्यक्ति सोशली किसी को अश्लील बोल देता है या फिर किसी के साथ कोई अश्लील हरकत करता है तो उसे सजा दिए जाने का प्रावधान है।
लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि कानून तो बना दिया गया है परंतु ‘अश्लील’ शब्द है कौनसे इसको आज तक बताया नहीं गया।
भारतीय सेना के लिए लड़ाई में चाकू के इस्तमाल पर कानून
पूरे विश्व में भारतीय संविधान सबसे बड़ा संविधान है और भारतीय संविधान के अनुसार लड़ाई में चाकू को यूज में लाने की भारत के सैनिकों को भी आज तक इजाजत नहीं दी गई है, लेकिन भारत के 26 वें राज्य नागालैंड में यह कानून नहीं माना जाता।
इस राज्य में सैनिक लड़ाई के वक्त चाकू को इस्तेमाल कर सकते है क्योंकि नागालैंड में चाकू को पारंपरिक हथियार माना जाता है और इसीलिए यहां पर इसके इस्तेमाल पर कोई पाबंदी नहीं है।