नई दिल्ली: बॉलीवुड और साउथ की फिल्मों में काम करने वाले सोनू सूद कोरोना काल में लोगों के लिए फरिश्ता बनकर आए और ना जाने कितने सारे लोगों की जान बचाई. सोनू सूद को आज हर तरफ से ढेर सारा प्यार और सम्मान मिलता है उसकी वजह है उनका हेल्पिंग नेचर।
एक्टर सोनू सूद ने शुक्रवार को गरीब बच्चों के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोनू सूद आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के ‘देश का मेंटर’ कार्यक्रम का ब्रांड अंबेसडर होंगे। इस दौरान दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे।
मुलाकात के बाद CM केजरीवाल ने सूद के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। केजरीवाल ने कहा कि हम अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालने के लिए सोनू सूद के आभारी हैं। वह पूरे देश के लिए एक प्रेरणा हैं। हजारों लोग मदद के लिए उनके पास पहुंचते हैं। यह एक तरह का चमत्कार है कि सूद वह कर रहे हैं, जो इतनी सारी सरकारें नहीं कर पाई हैं। हमने उनके काम के बारे में लंबी बातचीत की और उनके साथ दिल्ली सरकार के कामकाज के बारे में भी बताया।
केजरीवाल और सूद की यह मुलाकात पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हुई है। सूद से पूछा गया कि क्या वे पंजाब चुनाव में खड़े होने जा रहे हैं, इस पर केजरीवाल ने तपाक से कहा कि हम लोगों ने कोई पॉलिटिक्स डिस्कस नहीं की। वहीं, सोनू ने कहा कि ये (बच्चों का मेंटर) उससे भी बड़ा मुद्दा है। मुझे लगता है कि इससे बड़ा कोई मुद्दा नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि लोग हमेशा कहते हैं कि आप अच्छा काम कर रहे हैं, राजनीति में आइए। लेकिन, किसी अच्छे काम के लिए ये जरूरी नहीं है कि राजनीति में आया ही जाए। हां, ऑफर आते रहते हैं लेकिन मैंने कभी इस विषय में सोचा नहीं है। मेरे और सीएम केजरीवाल के बीच राजनीति को लेकर कोई बात नहीं हुई।
बॉलीवुड एक्टर ने कहा कि आज दिल्ली सरकार ने देश के मेंटर का प्लेटफॉर्म नहीं बनाया, देश के लिए कुछ करने का आपके लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया है। अगर आप एक भी बच्चे को दिशा दे पाते हैं तो इससे बड़ा देश को कोई योगदान नहीं होगा, और भी लोगों को बच्चों का मेंटर बनने के लिए आगे आना चाहिए।
वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने देश के मेंटर कार्यक्रम को समझाते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों के पेरेंट्स ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं होते, ऐसे में उन्हें बच्चों को करियर को लेकर गाइड करने में दिक्कत आती है। इस कार्यक्रम के जरिए देश भर के पढ़े-लिखे लोगों से अपील की जाएगी कि वह सरकारी स्कूलों के कम से कम दो-तीन बच्चों की जिम्मेदारी लें और उनके मेंटर बन कर उन्हें करियर के लिए आगे क्या करना है, इस बारे में बताएं।
सीएम ने बताया कि अगर आप बच्चों के मेंटर बनते हैं, तो आप उनसे फोन से संपर्क कर सकते हैं या फिर आसपास रहते हैं तो मिल सकते हैं। बच्चों के दुख और तनाव को बांटकर आप उनके मन को हल्का कर सकते हैं