जब कोई बड़े संवैधानिक पद पर बैठा होता है तो उसे एक-एक कदम फूक-फूक कर रखना पड़ता है, लेकिन फिर भी हमारे नेता कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते है, जिनकी वजह से उन्हें शर्मिंदगी झेलनी पड़ जाती है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भी हुआ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के एक विज्ञापन में यूपी के विकास के दावे को लेकर कोलकाता की एक तस्वीर का उपयोग करने के लिए सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। दरअसल, इंडियन एक्सप्रेस के पहले पन्ने पर प्रकाशित एक विज्ञापन में योगी आदित्यनाथ को ऊंची इमारतों और एक फ्लाईओवर की तस्वीर की पृष्ठभूमि में लोगों की ओर हाथ हिलाते हुए दिखाया गया है और इसके कैप्शन में लिखा था, ‘ट्रांसफॉर्मिंग उत्तर प्रदेश अंडर योगी आदित्यनाथ।’
इसके बाद सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सिलसिला शुरू हो गया, यूजर्स इस तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे है।
इसी के बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यूपी के लोगों ने उनके ‘झूठे दावे’ को देख लिया हैं और यूपी की जनता अब मुख्यमंत्री एवं सरकार को बदलने की और अग्रसर है।
बता दें कि, योगी सरकार के ‘ट्रांसफॉर्मिंग उत्तर प्रदेश अंडर योगी आदित्यनाथ’ शीर्षक वाले इस विज्ञापन में योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ नीले और सफेद रंगों वाले एक फ्लाईओवर को दिखाया गया है, जिसका रंग ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल राज्य के एक फ्लाईओवर के जैसा प्रतीत हो रहा है। इसके अलावा इस विज्ञापन में ऊंची-ऊंची इमारतें और उद्योगों को भी दर्शाया गया हैं और इस विज्ञापन में योगी आदित्यनाथ ऊंची इमारतों और एक फ्लाईओवर की तस्वीर की पृष्ठभूमि में लोगों की ओर हाथ हिलाते हुए नजर आ रहे है।
जिसके बाद इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने फेसबुक के माध्यम से कहा कि, “पहले रोजगार के झूठे विज्ञापन देते पकड़े गए। अब इनके फ्लाईओवर व फैक्ट्री की झूठी तस्वीरों वाले विज्ञापन की कलई खुल गई। उत्तर प्रदेश की जनता इनकी (सरकार की) हवाई बातों की हकीकत समझ चुकी है और उत्तर प्रदेश में जनता सरकार और सीएम बदलने जा रही है।”
इतना ही नहीं उन्होंने इस पर एक ट्वीट भी किया और लिखा कि, “इनका काम ही है झूठे विज्ञापन देना। फर्जी लेखपाल बनाकर उप्र के युवाओं को रोजगार देने का झूठ बोला और अब फ्लाईओवर व फैक्ट्रियों की फर्जी तस्वीरें लगाकर विकास के झूठे दावे कर रहे हैं। न जनता के मुद्दों की समझ है और न ही उनसे कोई सरोकार है, बस झूठे विज्ञापन और हवाई दावों की सरकार है।”
इस पर यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि, “अभी तक तो सपा की सरकार के कामों को ही उप्र की भाजपा सरकार अपना बता-बता के झूठा प्रचार कर रही थी पर अब तो झूठ की हद ही हो गई है जब वो कोलकाता की तस्वीर को अपने विकास की तस्वीर बता रही है। भाजपा को ‘झूठे प्रचार की ट्रेनिंग का अंतरराष्ट्रीय संस्थान’ खोल लेना चाहिए।”
बताते चलें कि, वायरल हो रहा यह विज्ञापन समाचार पत्र ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित हुआ है, जिस पर माफी मांगते हुए समाचार पत्र ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि, “अखबार के विपणन विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश पर विज्ञापन के कवर कोलाज में अनजाने में एक गलत छवि शामिल की गई थी। त्रुटि के लिए गहरा खेद है और कागज के सभी डिजिटल संस्करणों में छवि को हटा दिया गया है।”