दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस में रोज बड़े खुलासे हो रहे हैं। आरोपी आफताब से पूछताछ चल रही है। आफताब इस घटना को लेकर रोज नए राज खोल रहा है। अब पूछताछ में सामने आया है कि आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसके चेहरे को जलाया था। उसने ऐसा उसकी पहचान छिपाने के लिए किया था। ताकि कोई उसको पहचान ना सके। उसके दिमाग में बाद में शव के टुकड़े करने का आइडिया आया था। उसने इन सभी चिजों के बारे में जानकारी इंटरनेट से ली थी।
श्रद्धा मर्डर केस में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल श्रद्धा मर्डर केस में एक बड़ा गवाह सामने आया है। गवाह ने बताया है कि कैसे आफताब और श्रद्धा फ्लैट में शिफ्ट हुए थे। प्लंबर ने कहा है कि उसने श्रद्धा और आफताब को पहली बार साथ देखा था। प्लंबर ने इस पूरे मामले को लेकर कई अहम जानकारियां दी हैं। छतरपुर स्तिथ घर में शिफ्ट हो जाने के बाद श्रद्धा और आफताब के प्लंबर का काम देखने वाले व्यक्ति ने दोनों को साथ देखा था।
प्लंबर राजेश कुमार उनके घर की पानी की समस्या का काम देखता था। उसने दोनों के घर आने के बाद समझाया था कि पानी कहां से चलेगा, मोटर का बटन कहां है। जब ये लोग आए थे तो मैंने दोनों को साथ देखा था। इसके बाद प्लंबर राजेश को मकान मालिक का फोन आया कि मोटर चेक कर पानी क्यों नही आ रहा, किरायेदार परेशान हैं। तब प्लंबर ने मकान मालिक को बताया था कि गर्मी होने के कारण पानी की कमी है।
शिफ्ट हो जाने पर ही श्रद्धा दिखी थी, लेकिन उसके बाद उसने कभी श्रद्धा को नहीं देखा। यहां ग्राउंड वाटर सुबह 5-7 के बीच आता है। मोटर से समर्सिबल का पानी भी आता था। अक्सर आरोपी आफताब खाना लेने नीचे आता था। एक बार डिलीवरी बॉय खाना लेकर आया था उसने मुझसे ही पूछा था कि यहां आफताब कौन है। जिसके बाद ये नीचे खाना लेने आया था। तब मुझे पता चला कि इसका नाम आफताब है।
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दिल्ली पुलिस ने आफताब को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पुलिस उसे उन जंगलों में ले गई जहां उसने श्रद्धा की बॉडी के टुकड़े फेंक थे। हालांकि पुलिस अब आफताब का नार्को टेस्ट करने जा रही है, जिसके बाद ही सच सामने आएगा। वो लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी का नार्को टेस्ट कराने का फैसला लिया है।
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