शिवसेना में एक लंबे समय से विवाद चल रहा था जिसपर विराम लगाते हुए चुनाव आयोग ने अपना फैसला सुना दिया है और चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और चिन्ह एकनाथ शिंदे के नाम कर दिया है लेकिन इसके बावजूद भी उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच विवाद जारी है।
इसी विवाद पर अमित शाह खुलकर सामने आए हैं, अमित शाह ने महाराष्ट्र के पुणे में ये बयान दिया लेकिन उन्होंने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया लेकिन जिस प्रकार से उनका इशारा था, सभी का यही मानना है कि अमित शाह ने ये बात उद्धव ठाकरे के लिए ही कही है।
बता दें कि बयान देते हुए अमित शाह ने कहा कि चुनाव आयोग के फैसले से हम खुश है क्योंकि 17 फरवरी को चुनाव आयोग ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है, अमित शाह ने चुनाव आयोग की तारीफ करते हुए कहा कि हमें खुशी है कि सत्य की ही जीत हुई है।
इस दौरान जनसभा में आए लोगों से आह्वान करते हुए अमित शाह ने कहा कि सत्य जीता है तो आइए इस मौके पर हम सभी अपनी मुट्ठी भींचे और भारत माता की जय बोले।
Advertisement
बता दें कि जब से चुनाव आयोग का यह फैसला आया है तब से ही शिवसेना के पुराने गुट यानी उद्धव ठाकरे कैंप के बीच नाराजगी का माहौल है और इसी के चलते उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती देने का भी मन बना लिया है।
अमित शाह ने उद्धव ठाकरे पर कही बड़ी बात ?
ये भी पढ़े अब्दुल्ला आजम की विधायकी जाने पर केशव प्रसाद मौर्य ने कह दी ये बड़ी बात, क्या स्वार सीट पर भी दावेदारी पेश कर सकती…
इस दौरान अमित शाह ने नाम तो किसी का नहीं लिया लेकिन उनका इशारा उद्धव ठाकरे की तरफ ही था। अमित शाह ने कहा कि कुछ लोगों में मुख्यमंत्री बनने की भूख इतनी प्रबल है कि वो विरोधी दलों के तलवे चाटने से पीछे नहीं हटते थे।
अमित शाह ने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि शिंदे साहेब को असली शिवसेना मिल गई क्योंकि कुछ लोगों ने तो शिवसेना का नाम ही खराब कर दिया था और पार्टी के कार्यकर्ताओं को धोखे में रखकर खुद सीएम बन गए थे।
महाराष्ट्र में फिर से अपनी सरकार बनाने की बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि इस बार भाजपा शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र में चुनाव लड़ेगी और मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा तीसरी बार 2024 में भारी बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाएगी।
कांग्रेस पर भी बरसे अमित शाह ?
इस दौरान कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए अमित शाह ने कहा कि यूपीए (UPA) सरकार में कोई भी अपने आप को प्रधानमंत्री से कम नहीं मानता था। इनकी सरकार ऐसी थी कि प्रधानमंत्री की भी इज्जत नहीं की जाती थी।
पुराने हालातों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि यूपीए में पाकिस्तान कभी भी भारत की सेना पर हमला कर देता था और दिल्ली में चुप्पी छाई रहती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पाकिस्तान में चुप्पी छाई हुई है क्योंकि पाकिस्तान जानता है कि अब दिल्ली की गद्दी पीएम मोदी के पास है और मोदी सरकार अपनी भाषा में जवाब देना जानती है।