कर्नाटक के शिवमोगा में स्थानीय आमिर अहमद सर्कल पर विनायक दामोदर सावरकर और टीपू सुल्तान का पोस्टर लगाने को लेकर विवाद हो गया है।
ये विवाद दो दो समूहों के बीच हुआ, जिस कारण इलाके में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। जिसके बाद शिवमोगा में कर्फ्यू लागू करना पड़ा है।
हालात इतने खराब हो गए है कि मंगलवार को शिवमोगा के डीसी आर सेल्वमणि ने अधिकारियों को शिवमोगा शहर और भद्रावती शहर की सीमा में स्कूल और कॉलेज बंद करने के आदेश जारी किए है। आपको बता दें कि इन दोनों जगहों पर 18 अगस्त तक कर्फ्यू लगा रहेगा। फिलहाल तनाव के बाद स्थिति कंट्रोल में है।
आज 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान एक समूह ने सावरकर का पोस्टर आमिर अहमद सर्कल पर लगे बिजली के खंभे पर बांधने का प्रयास किया है। तो वहीं दूसरे समूह ने इस पर आपत्ति जताई। दूसरा समूह उस खंभे के पर टीपू सुल्तान का पोस्टर लगाना चाहता था। पुलिस के अनुसार कुछ लोगों ने पोस्टर को बदलने और क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया था, जिसके बाद देखते ही देखते विवाद बढ गया। जिसके बाद क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। क्योंकि विवाद के समय दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में जमा हो गए थे।
जिसके बाद मैके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था। अधिकारियों ने उस खंभे पर राष्ट्रीय तिरंगा लगा दिया है। जिस पर दोनों समूह पोस्टर लगाना चाहते थे। भारतीय जनता पार्टी और अन्य हिंदू समूहों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया है। उनकी मांग है कि उन्हें सावरकर का पोस्टर लगाने की अनुमति दें दी जाए। इसके साथ ही उन्होंने सावरकर का अपमान करने के लिए दूसरे समूह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके बाद अधिकारियों ने क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। शहर में धारा 144 के तहत कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
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