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Wednesday, April 2, 2025
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रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव और अन्य पर लगे छेड़छाड़ व जान से मारने की धमकी के आरोप, पुलिस ने किया मामला दर्ज

आपदाओं और आपातकाल के समय में लोगों तक राहत पहुंचाने वाली रेडक्रॉस सोसाइटी अब स्वयं परेशानी के घेरों से घिरी नजर आ रही है।


दरअसल हरियाणा के गुरुग्राम की एक महिला द्वारा रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव और अन्य के खिलाफ कथित छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी को लेकर मामला दर्ज कराया है।
आपको बता दें कि रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव श्याम सुंदर, रजनी कटारिया, श्यामा राजपूत और मीनाक्षी के खिलाफ पिछले सप्ताह ही यह मामला दर्ज करवाया गया था।
गौरतलब है कि श्याम सुंदर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हरियाणा के राज्यपाल द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया।


समाचार एजेंसी IANS की रिपोर्ट की माने तो गुरुग्राम निवासी शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाते हुए कहा है कि 3 अप्रैल को सोहना में उन्नति चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में वह श्याम सुंदर के संपर्क में आई थी। इस दौरान श्याम सुंदर ने उन्हें अपना मोबाइल नंबर दिया और अपने विभाग में नौकरी देने की पेशकश की।

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महिला ने बताया कि अगले दो दिनों के भीतर ही उन्होंने अपने कार्यालय में शामिल होने की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली और शामिल होने के तुरंत बाद ही उन्होंने मुझे व्हाट्सएप पर एडल्ट संदेश भेजे और उन्हें हटा दिया। 28 अप्रैल को उन्होंने मुझे अनुचित तरीके से छुआ था।


महिला ने पुलिस को शिकायत में बताया कि उन्होंने उन्नति चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष बबीता यादव को भी मामले की सूचना दी थी जिसके बाद उन्हें आश्वासन दिया गया था कि वह कार्रवाई करेगी। महिला ने श्याम सुंदर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि जानकारी मिलने पर श्याम सुंदर ने उनसे कहा कि वह मुख्यमंत्री और गुरुग्राम के उपायुक्त को जनता है और उसे कुछ नहीं होगा।


महिला ने पुलिस के सामने मामला दर्ज करवाते हुए बताया कि श्याम सुंदर ने बबीता यादव के सामने मामले को निपटाने की कोशिश करते हुए बबीता यादव से कहा कि एडल्ट संदेश उन्होंने नहीं भेजे बल्कि उनके नौकर श्यामा राजपूत द्वारा भेजे गए थे। महिला ने बताया कि इसके बाद उन्हें एक महिला मीनाक्षी द्वारा धमकी भी दी गई थी।


शिकायत में महिला ने बताया कि उनके द्वारा मामले की जानकारी गुरुग्राम के उपायुक्त को भी दी गई थी, जिसके बाद उपायुक्त द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया था कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उनका इस्तीफा भी ले लिया गया है, लेकिन इस मामले में आज तक कुछ भी नहीं हुआ है।
शिकायतकर्ता ने कहा कि उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था और उनका वेतन भी रोक दिया गया है।


IANS की माने तो कई फोन कॉल के बावजूद भी गुरुग्राम के उपायुक्त या रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव टिप्पणी के लिए अभी तक उपलब्ध नहीं हुए है।

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