भगवान अयप्पा के भक्तों का इंतजार अब लगभग खत्म होने वाला है क्योकि भक्तों के लिए खुशखबरी है कि केरल में सबरीमाला मंदिर के कपाट 16 नवंबर को खुलेंगे। कपाट 16 खुलने के साथ ही दो महीने तक चलने वाले वार्षिक तीर्थयात्रा का आगाज होगा।
आभासी कतार प्रणाली के माध्यम से प्रतिदिन लगभग 30,000 भक्तों को दर्शन के लिए अनुमति दी जाएगी। पीटीआई ने बताया कि सबरीमाला मंदिर का गर्भगृह 15 नवंबर को शाम 5 बजे मुख्य पुजारी (तंत्र) कंदरारू महेश मोहनारारू की उपस्थिति में निवर्तमान पुजारी वी के जयराज पोट्टी द्वारा खोला जाएगा।
आपको बता दें कि तीर्थयात्रा के दौरान COVID-19 प्रोटोकॉल का सभी को सख्ती से पालन करना होगा। केरल सरकार ने पहले भक्तों के लिए COVID-19 SOP जारी किया था।
यहां देखें पूरी गाइडलाइंस:
मंदिर में प्रवेश करने के लिए 72 घंटे के भीतर ली गई COVID-19 वैक्सीन खुराक या नकारात्मक RT-PCR रिपोर्ट दोनों का प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है।
Advertisement
हो सकता है कि श्रद्धालुओं को अपना मूल आधार कार्ड दिखाने के लिए कहा जाए।
देवस्वम बोर्ड को सभी को ‘नैय्याभिषेक’ (अभिषेक घी) देने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
पम्पा में वाहनों की पार्किंग की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, पम्पा स्नानम (पम्पा नदी में स्नान) की अनुमति होगी। हालांकि किसी भी श्रद्धालु को पम्पा और सन्निधानम में ठहरने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
आपको बता दें कि पहाड़ियों में स्थित भगवान अयप्पा और मलिकप्पुरम मंदिरों के लिए नये पुजारीयो का चयन किया जाना है। 15 नवंबर की शाम को नव चयनित पुजारियों (मेलसेंटिस) का नियुक्ति समारोह आयोजित होगा।
26 दिसंबर को 41 दिवसीय मंडला पूजा उत्सव को समाप्त कर दिया जाएगा। इसके बाद 30 दिसंबर को मकरविलक्कु तीर्थयात्रा के लिए मंदिर फिर से खोल दिये जाएंगे।
साथ ही आपको बता दें कि मकरविलक्कू 14 जनवरी 2022 को है। जिसके बाद 20 जनवरी 2022 को सबरीमाला मंदिर बंद कर दिया जाएगा।
इस बीच, केरल पुलिस सबरीमाला तीर्थयात्रा के समय कोई सम्सया ना हो इसके लिए सुरक्षा को मजबूत करने सहित सभी उपाय पर काम कर रही है।