सावन का महीना अपने आप में बहुत ही खास मास होता है क्योंकि इस दौरान भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है लेकिन सावन को सबसे खास बनाती है इसके शुक्ल पक्ष में आने वाली सावन पुत्रदा एकादशी।
क्योंकि इस दिन किए जाने वाले व्रत से भगवान श्रीहरि विष्णु जी की असीम कृपा प्राप्त होती है। साथ ही अगर किसी दंपत्ती की पुत्र की कामना हो तो वह भी इस व्रत को करने से पूर्ण हो जाती है लेकिन इस बार यह एकादशी और भी खास होने वाली है।
ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि इस बार यह एकादशी सावन के अंतिम सोमवार यानी कि 8 अगस्त को पढ़ रही है और अगर इस बार आप यह व्रत करते है तो आपको भगवान श्रीहरि विष्णु जी और भगवान भोलेनाथ दोनों की कृपा प्राप्त हो सकती है।
इसके अलावा इस खास संयोग पर अगर कुछ उपाय किए जाए तो इससे इस दिन का महत्व और भी अधिक हो जाता है और इन उपायों से अपनी सभी इच्छाओं को पूर्ण किया जा सकता है। तो आइए अब आपको बताते है कि आखिर आप इस सावन पुत्रदा एकादशी पर क्या खास उपाय कर सकते है।
सावन पुत्रदा एकादशी के खास उपाय ?
गाय के दूध से करें भगवान विष्णु जी का अभिषेक
अगर आपके मन में कोई इच्छा हो जो कि काफी समय से पूर्ण ना हो रही हो तो आपको पुत्रदा एकादशी के इस खास दिन पर भगवान श्रीहरि विष्णु जी का दक्षिणवर्ती शंख और गाय के दूध से अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से सभी मनोकामना पूरी हो जाती है।
भगवान विष्णु जी को अर्पित करें पीले फूल
अगर किसी दंपत्ती को लंबे समय से पुत्र की कामना हो और वह पुत्र की प्राप्ती करना चाहते हो तो पुत्रदा एकादशी के दिन उस दंपत्ती को भगवान श्रीहरि विष्णु जी को पीले फूल और पीले फूल की माला अर्पित करनी चाहिए।
साथ ही भगवान श्रीहरि विष्णु को पीले चंदन का तिलक लगाना चाहिए। ऐसा करने से पुत्र कामना पूर्ण होती है। इसके साथ आप ऊं देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते। देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।। मंत्र का भी जाप करें।
ऊँ नमो भगवते नारायणाय मंत्र का करें जाप
अगर आप चाहते है कि आपका परिवार और आपकी संतान सदैव खुशहाली भरा जीवन जीएं तो आपको पुत्रदा एकादशी के इस खास मौके पर 108 बार ऊँ नमो भगवते नारायणाय मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान श्रीहरि विष्णु जी की खास कृपा प्राप्त होती है।
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