T-20 विश्व कप की शुरूआत हो चुकी है। सभी टीमें अपना अपना दम दिखाने मैदान पर उतर चुकी हैं। भारत भी अपना एक मैच खेल चुका है। सोमवार को भारत और इंग्लैंड के बीच हुए मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को हराकर शानदार जीत हासिल की। अभी सबकी नज़र भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले पर है। भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी मुकाबला होता है, तो सारी दुनिया की नज़र उसी मुकाबले पर होती है। इस मुकाबले पर दोनों टीमों के ऊपर भी बड़ा दबाव होता है। एक बार फिर दोनों टीमें टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में आमने-सामने होने वाली हैं। 24 अक्टूबर को दुबई के मैदान में होने वाले मुकाबले पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। इस मुकाबले में भारत की कप्तानी विराट कोहली और पाकिस्तान की कप्तानी बाबर आजम करेंगे।
दोनों देशों के बीच कई मुकाबले हुए हैं जिन्हें लोग कभी नहीं भुला सकते। यहां जानें ऐसे ही कुछ यादगार मुकाबलों के बारे में।
1986 में शारजाह में खेले ऑस्ट्रल-एशिया का फाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ था। इस मुकाबले में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 50 ओवरों में सात विकेट पर 245 रन बनाए। इस दौरान सुनील गावस्कर ने सबसे ज्यादा 92 रनों की पारी खेली। उनके अलावा कृष्णमाचारी श्रीकांत (75) और दिलीप वेंगसरकर ने भी अर्धशतकीय पारियां खेलीं। 246 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम ने 50 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर बड़ी आसानी से 248 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया। इस मैच में पाकिस्तान को आखिरी गेंद पर जीत के लिए चार रनों की जरूरत थी और जावेद मियांदाद ने चेतन शर्मा की गेंद पर छक्का जड़ दिया। जावेद मियांदाद ने इस मुकाबले में नाबाद 116 रनों की पारी खेली थी।
साल 1987 हैदराबाद में खेले गए वनडे मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 212 रन बनाए। इस मैच में भारत के मौजूदा कोच रवि शास्त्री ने नाबाद 69 और उस वक्त के कप्तान रहे कपिल देव ने 59 रनों की पारी खेली। जवाब में पाकिस्तानी टीम भी निर्धारित ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर केवल 212 रन ही बना सकी। पाकिस्तान की तरफ से सलीम मलिक ने सबसे ज्यादा 84 रनों की पारी खेली। दोनों ही टीमों ने एक से रन बनाए थे, जिस वजह से मैच टाई हो गया, लेकिन भारत ने 6 विकेट के नुकसान पर 212 रन बनाए थे। जबकि पाकिस्तान ने 7 विकेट के नुकसान पर। इसलिए कम विकेट खोने के चलते भारतीय टीम ने ये मैच अपने नाम कर लिया।
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बात साल 2003 की है, सेंचुरियन में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए उस वर्ल्ड कप मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट के नुकसान पर 273 रनों का स्कोर खड़ा किया। उस वक्त सईद अनवर ने 101 रनों की शानदार पारी खेली थी। भारत की ओर से जहीर खान और आशीष नेहरा ने दो-दो विकेट चटकाए थे। जवाब में 274 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने एक शानदार पारी खेली। भारत ने 26 गेंदो के रहते छह विकेट से मैच जीत लिया। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 12 चौके और एक छक्के की मदद से 75 गेंदों में 98 रनों की शानदार पारी खेली। सचिन के अलावा युवराज सिंह ने 50 और राहुल द्रविड़ ने 44 रनों की नाबाद पारियां खेलीं।
साल 2007 में हुए टी20 विश्व कप के फाइनल में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 157 रनों की शानदार पारी खेली। भारत की तरफ से गौतम गंभीर ने 54 गेंदों में 75 रन बनाए थे। उनके अलावा रोहित शर्मा ने आखिरी ओवरों में नाबाद 30 रनों की अहम पारी खेली। जवाब में 158 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम ने अपने छह विकेट 77 रनों पर ही गंवा दिए थे। लेकिन मिस्बाह उल हक शानदार 43 रन बनाकर भारतीय गेंदबाजों को परेशान कर दिया। पाकिस्तान को आखिरी चार गेंदों में केवल 6 रन बनाने थे। एक बार के लिए लगा की भारत के हाथ से ये मुकाबले चला गया। लेकिन, जोगिंदर शर्मा ने मिस्बाह को श्रीसंत के हाथों कैच आउट करवाकर मैच अपने नाम कर लिया।
इसके अलाव साल 2011 में भारत ने फाइनल में श्रीलंका को हराकर दूसरी बार वनडे विश्व कप अपने नाम किया था। लेकिन फाइनल से पहले भारत-पाकिस्तान का सेमीफाइल था। मोहाली में हुए उस मैच में टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए नौ विकेट के नुकसान पर 260 रन बनाए। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 85 और वीरेंद्र सहवाग ने 38 रनों की तूफानी पारी खेली थी। पाकिस्तान की तरफ से वहाब रियाज ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट चटकाए। जवाब में भारतीय गेंदबाजों ने पाक टीम को 231 रनों पर आउट कर मैच को 29 रनों से जीत लिया था। इस मैच में मिस्बाह उल हक ने सबसे ज्यादा 56 रनों की पारी खेली थी। भारत के गेंदबाज जहीर खान, आशीष नेहरा, हरभजन सिंह, मुनाफ पटेल और युवराज सिंह ने 2-2 विकेट लिए थे।