फिल्म – राष्ट्र कवच ओम
कलाकार – आदित्य रॉय कपूर, जैकी श्रॉफ, संजना सांघी, आशुतोष राणा , प्रकाश राज और आदि
लेखक – निकेत पांडेय और राज सलूजा
निर्देशक – कपिल वर्मा
निर्माता – अहमद खान , शायरा खान और जी स्टूडियोज
रिलीज डेट – 1 जुलाई 2022
राष्ट्र कवच ओम एक 2022 की भारतीय हिंदी भाषा की एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जो कपिल वर्मा द्वारा निर्देशित और ज़ी स्टूडियो और अहमद खान द्वारा निर्मित है। इसमें आदित्य रॉय कपूर, संजना सांघी, जैकी श्रॉफ, आशुतोष राणा, प्रकाश राज और प्राची शाह पांड्या मूख्य किरदारों में हैं। फिल्म 1 जुलाई 2022 को रिलीज हुई है।
क्या है कहानी-
ओम की कहानी में कुछ खास नहीं है। ओम को एक देश की महत्वपूर्ण संपत्ति का सुराग खोजने के लिए एक युद्धपोत में घुसपैठ करने के मिशन पर भेजा जाता है। ओम एक रॉ एजेंट है, जहां उसे गोली लगती है। लेकिन वो बच जाता है और ओम की सहयोगी काव्या शर्मा को उसे स्वस्थ होने में मदद करने के लिए भेजा जाता है। सेफहाउस में, ओम जाग जाता है, ओम की याददाश्त चली गयी है. ओम का मानना है कि उसका असली नाम ऋषि है। फिर उनके सेफहाउस पर हमला हो जाता है, लेकिन वे भागने में सफल हो जाते हैं। ओम और काव्या कसौली के लिए निकलते हैं, जहां वह अपने बचपन के घर का पता लगाता है, जिसे जला दिया गया है। ओम अपने पिता देव राठौड़ (जैकी श्रॉफ) की तस्वीर ढूंढता हैं और दो कारणों से चौंक जाते हैं। पहला ये कि ओम रॉ के वरिष्ठ अधिकारी जय राठौर (आशुतोष राणा) का पुत्र है और देव को भी देशद्रोही माना जाता है। 2003 में, देव ने ‘कवच’ नामक सबसे अच्छी रक्षा प्रणाली तैयार की थी। रॉ के अधिकारियों के अनुसार, देव ने देश को धोखा दिया और कवच को दूसरे देशों को बेच दिया है। हालाँकि, जय राठौर इस सिद्धांत में विश्वास नहीं करते हैं और यह भी जानते हैं कि ओम की वास्तविक पहचान के बारें में भी जानते है। अब ओम देव को खोजने और अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए एक खतरनाक यात्रा पर निकल पड़ता है। आगे क्या होगा इसके लिए आपको फिल्म देखना होगा।
एक्टिंग-
आदित्य रॉय कपूर अच्छे एक्टर हैं। इसमें कोई शक नहीं है। वो एक्शन में जमते हैं। लेकिन इस फिल्म में उनसे अच्छा काम लिया जा सकता था। उन्हें यहां बर्बाद कर दिया गया है। जब कहानी ही खराब हो तो हिरो क्या कर सकता है। प्रकाश राज, आशुतोष राणा, जैकी श्रॉफ जैसे अच्छे एक्टर्स भी फिल्म को बचा नहीं पाए। संजना संघी के बारे में तो पूछो ही मत। उन्हें अभी काफी कुछ सीखने की जरुरत है। कुल मिलाकर फिल्म आपको बांध नहीं पाती है।
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ऐसी फिल्में बनायी क्यो जाती है, बार-बार यहीं ख्याल आता है। इस फिल्म को अपने रिस्क पर ही देखें। इसके बजाय जाइए फिल्म ‘रॉकेट्री’ देखिए, समझ आ जाएगा कि सिनेमा क्या होता है!
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