तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आज भी किसान आंदोलन जारी है। देश के किसान अपना घर छोड़कर सड़कों पर बैठे है, किसान आंदोलन को करीब 6 महीने से ऊपर का समय हो गया है। लेकिन सरकार द्वारा अभी तक कोई भी उचित कदम नहीं उठाए गए है।
इसी बीच भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत द्वारा पीएम मोदी पर एक ट्वीट किया गया है और राकेश टिकैत का यह ट्वीट सामने आने के बाद से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट में पीएम मोदी पर तंज कसते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि, “मिट्टी की सौगंध खाने वाले आज देश बेच रहे है।” राकेश टिकैत का यह ट्वीट सामने आने के बाद से लगातार सोशल मीडिया यूजर्स अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
बता दें कि, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को राष्ट्रीय मुद्रीकरण योजना का अनावरण किया गया। जिसके तहत रोड, रेलवे, एयरपोर्ट, पावर ट्रांसमिशन और गैस पाइपलाइन सेक्टर्स के कम उपयोग वाली संपत्तियों को किराए पर चढ़ाने का फैसला लिया गया। जिसके बाद से सरकार के इस फैसले की खूब आलोचना की जा रही है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता और किसान आंदोलन के अग्रणी नेता राकेश टिकैत द्वारा भी मोदी सरकार पर तंज कसा गया।
राकेश टिकैत ने अपने ट्विटर पर एक हिंदी अखबार में प्रकाशित खबर का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि, “स्वदेशी के झंडेबदार आज देश के नवरत्नों को निजी हाथों में सौंपने के लिए आतुर है। देश मे विकास के प्रतीक बिजली, परिवहन निजी हाथों में होंगे तो भविष्य क्या होगा आप अंदाज कर सकते है। मिट्टी की सौगंध खाने वाले आज देश बेच रहे है।”
बता चलें कि, केंद्रीय बजट 2021-22 के तहत परिसंपत्ति मुद्रीकरण से जुड़े अध्यादेश पर आधारित यह ‘मोनेटाइजेशन पाइपलाइन’ नीति आयोग द्वारा अवसंरचना से संबंधित मंत्रालयों के परामर्श से विकसित की गई है। वित्तीय वर्ष 2022 से लेकर वित्तीय वर्ष 2025 तक की चार साल की अवधि में एनएमपी के तहत केंद्र सरकार की मुख्य परिसंपत्तियों के जरिए 6 लाख करोड़ रुपये की कुल मुद्रीकरण क्षमता का अनुमान लगाया गया है।