महाराष्ट्र में सियासी पेंच अभी भी सुलझने का नाम नहीं ले रहे। इसी के बीच अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को नसीहत देने का काम किया है। राज ठाकरे ने अपनी नसीहत में कहा कि एकनाथ शिंदे को कुर्सी मिल गई है।
तो उन्हें काम करना चाहिए ना कि जगह-जगह रैलियां करनी चाहिए। दरअसल, जब से एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र की कमान मिली है तब से वो रैलियों में व्यस्त है और उद्धव ठाकरे के इलाकों में रैलियां कर रहे हैं।
इसी को देखते हुए राज ठाकरे का कहना है कि अगर एकनाथ शिंदे को मौका मिला है तो उन्हें काम करना चाहिए ना कि जगह-जगह रैलियां करनी चाहिए। राज ठाकरे का कहना है कि महाराष्ट्र में कई मुद्दे हैं जिनपर काम किया जा सकता है लेकिन एकनाथ शिंदे उन्हें छोड़कर अब भी रैलियों में ही व्यस्त है।
इस दौरान राज ठाकरे हिंदी फिल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर की तारीफ करते हुए भी नजर आए। उनका कहना था कि मुझे अच्छा लगा कि जावेद अख्तर ने पाकिस्तान के होते हुए भी मुंबई के आतंकी हमले पर बात की।
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लाउडस्पीकर पर एक्शन लेने की जरूरत ?
अपनी रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को सलाह भी दी। उनका कहना था कि आपको लाउडस्पीकर पर एक्शन लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैं इस मुद्दे को लेकर आपसे जरूर मिलूंगा और विस्तार से इस पर चर्चा की जाएगी।
राज ठाकरे ने आगे कहा कि, लाउडस्पीकर आंदोलन के दौरान हमारे 17 हजार कार्यकर्ताओं पर मामले दर्ज किए गए थे अब वक्त आ गया है इन मामलों को वापस ले लिया जाए क्योंकि अब सरकार भी आपकी है।
राज ठाकरे ने कहा कि, अब तो एकनाथ शिंदे के पास शिवसेना के नाम के साथ-साथ धनुष-बाण भी है, बालासाहेब का जिक्र करते हुए उन्होंने आगे कहा कि बालासाहेब का कहना था कि अगर सरकार आई तो मस्जिद के लाउडस्पीकर हटा दिए जाएंगे, या तो सरकार हटाए या फिर हमारी तरफ ध्यान न दे, इतनी विनती है।
आदित्य पर राज ठाकरे ने कसा तंज ?
इस दौरान राज ठाकरे ने आदित्य ठाकरे पर भी तंज कसा और अपने बयान में कहा कि, आज का दृश्य बताता है कि जो ज्यादा बोलते थे उनका पत्ता कट चुका है, लेकिन मुझे ये देख कर दुख होता है कि इन सबके बीच भी शिवसेना के नाम और धनुष-बाण को लेकर खींचतान हो रही थी।