पीएम मोदी द्वारा केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा के बाद अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर फिर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने चीन के मुद्दे को उठाते हुए बीते शनिवार को कहा कि अब उसे ‘चीन के कब्जे’ का सत्य भी स्वीकार कर लेना चाहिए।
बता दें कि, राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के तमाम नेता चीन के साथ सीमा पर तनाव की स्थिति से निपटने के सरकार के तौर-तरीकों को लेकर कई बार सरकार की आलोचना करते नजर आए है।
दरअसल, पीएम मोदी ने बीते शुक्रवार को ही तीनों विवादित कृषि क़ानूनों को वापस लेने का एलान किया है। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि आगामी संसद सत्र में इन क़ानूनों को संवैधानिक तरीके से रद्द कर दिया जाएगा। जिसके बाद से भाजपा से लेकर स्वयं पीएम मोदी भी इस फ़ैसले पर विपक्ष के हमले झेल रहे हैं। अब विपक्ष के लोगों की किसानों को लेकर मांग है कि सरकार को एमएसपी पर कानून बनाना चाहिए।
इसी बीच राहुल गांधी ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए बीते शनिवार को एक ट्वीट किया राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि, ‘‘अब चीनी क़ब्ज़े का सत्य भी मान लेना चाहिए।’’
उधर, भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में संघर्ष के अन्य क्षेत्रों से सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के मद्देनजर जल्द ही किसी तारीख पर अगले दौर की सैन्य स्तर की वार्ता आयोजित करने पर गुरुवार को सहमति व्यक्त की गई।
अगर इस मामले को लेकर विदेश मंत्रालय के एक बयान की बात की जाए तो विदेश मंत्रालय का कहना है कि, सीमा मामलों पर विचार विमर्श एवं समन्वय संबंधी कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की डिजिटल माध्यम से आयोजित बैठक में दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति के संबंध में ‘स्पष्ट एवं गहराई’ के साथ चर्चा की गई है और पिछली सैन्य स्तर की वार्ता के बाद के घटनाक्रम की समीक्षा की जा रही है।