पीएसआई भर्ती घोटाला मामले में सीआईडी ने सोमवार को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) अमृत पॉल को गिरफ्तार किया है। वह कर्नाटक के पुलिस भर्ती प्रकोष्ठ का नेतृत्व कर रहे थे, जब घोटाला सामने आया और यह पाया गया कि कार्यालय में ओएमआर शीट में कथित रूप से छेड़छाड़ की गई थी। अमृत पॉल से करीब चार बार पूछताछ के बाद सीआईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है। उनकी गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद राज्य सरकार ने सोमवार रात अमृत पॉल को निलंबित करने का आदेश जारी किया है। इस आदेश में कहा गया है कि पॉल अखिल भारतीय सेवा नियमों के नियम 4 के अनुसार निर्वाह भत्ते के हकदार हैं। आदेश में यह भी कहा गया है कि पॉल को सरकार की लिखित अनुमति के बिना किसी भी परिस्थिति में मुख्यालय नहीं छोड़ना चाहिए। आपको बता दें कि वह गिरफ्तार होने वाले राज्य पुलिस के पहले एडीजीपी रैंक के अधिकारी हैं।
मामले में अब तक पीएसआई परीक्षा टॉपर समेत 60 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार होनें से पहले राज्य सरकार ने श्री पॉल को कमल पंत के स्थान पर आंतरिक सुरक्षा प्रभाग में स्थानांतरित किया था। इससे पहले, पुलिस उपाधीक्षक पी. शांता कुमार और घोटाले में शामिल अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था। सीआईडी ने सोमवार को श्री पॉल से पूछताछ की और बाद में उन्हें कोर्ट ले जाने से पहले मेडिकल जांच के लिए बॉरिंग अस्पताल ले जाया गया था।
वहीं सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर कर्नाटक में “बेशर्म भ्रष्टाचार” का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस भर्ती घोटाले में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को बर्खास्त करने की भी मांग की है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए मोदी “न खाऊंगा, न खाने दूंगा” की रणनीति पर काम करते है। अब वो बोम्मई के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहें है। वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने सोमवार को कहा कि सरकार ने सीआईडी को खुली छूट दे दी है। सीआईडी सबूतों के आधार पर कार्रवाई कर सकती है और जो भी इसमें शामिल है, उसे गिरफ्तार किया जाए।
यह घोटाला सबसे पहले कालाबुरागी जिले में सामने आया था, जब एक उम्मीदवार की ओएमआर शीट सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई थी, जिसमें दिखाया गया था कि 100 में से केवल 21 प्रश्नों का उत्तर देने के बावजूद, उस उम्मीदवार को परीक्षा में पास कर दिया गया था।
इसके बाद परीक्षा को आयोजित करने के तरीके के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढता गया। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की और उम्मीदवार और इसे पोस्ट करने वाले व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद भाजपा नेता और कालाबुरागी में ज्ञान ज्योति इंग्लिश मीडियम स्कूल के मालिक, दिव्या हागरागी, स्कूल की प्रिंसिपल काशीनाथ और अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था। एक पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक, उप-निरीक्षक, कांस्टेबल और एक विधायक के गनमैन सहित कुछ पुलिस अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया।
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