यूक्रेन के राष्ट्रपति लोडिमिर जेलेंस्की ने आज प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ भारत के समर्थन की अपील की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने ट्वीट किया, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। उन्होंने कहा, “हमारी जमीन पर एक लाख से ज्यादा हमलावर हैं। वे आवासीय भवनों पर अंधाधुंध फायरिंग कर रक रहें हैं।” “हमें सुरक्षा परिषद में राजनीतिक समर्थन देने का आग्रह किया है। वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने आगे ट्वीट में हमलावर को एक साथ रोकें!”
क्या है हालात-
यूक्रेन पर रूस की सेना ने कीव पर कब्जा करने के इरादे से हमलों की रफ्तार तेज कर दी है। पिछले करीब तीन दिनों में रूसी सेना ने यूक्रेन पर चार तरफ से हमला किया है। जिससे यूक्रेन की सेना पीछे हटने पर मजबूर हो गयी थी। हालांकि, राजधानी कीव पर अभी भी रूसी सेना का कब्जा नही हो पाया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की इससे काफी चिन्तित है। हो भी क्यो नहीं जब कीव पर रूसी सेना के कब्जे का खतरा मंडरा रहा है। उन्होनें कहा कि आज की रात यूक्रेन के लिए सबसे कठिन होने वाली है, लेकिन हमें खड़े रहना होगा। आपको बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने उन्हें यूक्रेन छोड़ने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन जेलेंस्की ने उनके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
पीएम मोदी से यूक्रेन के राष्ट्रपति ने मांगा समर्थन
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बात की है। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा है कि पीएम मोदी को रूस की आक्रामकता को लेकर यूक्रेन के रुख की जानकारी दी है। एक लाख से अधिक रूसी आक्रमणकारी हमारे देश में हैं। जो आवासीय भवनों पर अंधाधुंध फायरिंग कर रहे हैं। उन्होनें भारत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में समर्थन देने का अनुरोध किया है।
रूस का दावा है कि पुतिन ने दिया था हमला रोकने का आदेश-
क्रेमलिन का दावा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने शुक्रवार को यूक्रेन में अपने हमले को रोकने को कहा था और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ बातचीत की उम्मीद बाकी थी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। वहीं रुसी प्रवक्ता दिमित्की पेस्कोव ने साफ किया कि यूक्रेन की तरफ से बातचीत से इनकार करने के बाद शनिवार दोपहर को हमने ऑपरेशन फिर से शुरू किया है।