ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस निर्णय के बाद कंपनी के बोर्ड ने मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) पराग अग्रवाल को कंपनी का नया सीईओ घोषित करने का एलान किया है.
आपको बता दें कि डोर्सी के पास ट्विटर और स्क्वायर दोनों कंपनियों के सीईओ का पद था. ट्विटर के स्टेक होल्डर इलियट मैनेजमेंट ने कंपनी के प्रबंधन के साथ निवेश फर्म का समझौता करने से पहले 2020 में जैक डोर्सी को सीईओ के रूप में बदलने की मांग की थी.
इलियट मैनेजमेंट के संस्थापक और अरबपति निवेशक पॉल सिंगर ने कहा था कि जैक डोर्सी को दोनों कंपनियों में से एक के सीईओ का पद छोड़ना चाहिए. कंपनी ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि उसका लक्ष्य है कि 2023 के अंत तक 315 मिलियन डेली एक्टिव यूजर करने हैं और एनुअल इनकम को कम से कम दोगुना करना है.
डॉर्सी ने अपने एक बयान में कहा, मैंने ट्विटर को छोड़ने का फैसला लिया है क्योंकि मेरा मानना है कि कंपनी अब अपने संस्थापकों से आगे बढ़ने के लिए तैयार है. कंपनी के नए CEO को लेकर डॉर्सी ने कहा कि मुझे सीईओ के तौर पर पराग पर विश्वास है. पिछले 10 सालों से वो यहां हैं और उनका काम शानदार रहा है.
अग्रवाल ने CEO का पद हासिल करने के बाद कहा, मेरे उपर भरोसा करने के लिए बोर्ड को धन्यवाद. जैक की मेंटरशिप, सहयोग और भागीदारी के लिए मैं उनका आभारी हूं. जैक डॉर्सी के नेतृत्व में कंपनी ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं मैं उनको आगे बढ़ाने के लिए तैयार हूं.
ट्विटर के साथ जुड़ने से पहले पराग अग्रवाल याहू, माइक्रोसॉफ्ट और एटीएंडटी जैसी बहुत सी अमेरिकी कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं.
बता दें, जुलाई 2006 में ट्विटर को यूजर्स के लिए लॉन्च किया गया था. ट्विटर पर पहला ट्वीट इसके को-फाउंडर और सीईओ जैक डोर्सी ने ही किया था. डोर्सी का पहला कार्यकाल सीईओ के तौर पर 2008 तक रहा. इसके बाद सीईओ डिक कोस्टोलो के पद छोड़ने के बाद वह 2015 में बॉस के रूप में ट्विटर पर फिर से लौट आए. आज पूरी दुनिया में ट्विटर के करोड़ों यूजर्स हैं.