उत्तर प्रदेश की योगी सरकार रोजगार देने के चाहे लाख दावें करती हो लेकिन यूपी में हालात बिल्कुल इसके उलट है। यूपी चुनाव नजदीक है लेकिन पार्टीयों के बजाए सड़कों पर अभ्यर्थी है और इन्हें अपना हक मांगने पर भी नहीं मिल रहा, मिल रही है तो केवल लाठियां।
इसी मुद्दे को उठाते हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर से अपनी पार्टी पर हमला बोला है। वरुण गांधी ने योगी सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या अपना हक मांगना गलत है, क्या गलती थी उन शिक्षकों की जिन पर लाठियां बरसाई गई। बस इतना ही ना कि वह अपने हकों की मांग कर रहे थे। हक मांगने पर लाठियां चलाना क्या यह औचित्य था और इन्हीं की जगह अगर किसी पुलिस वाले या फिर सत्ताधारी नेताओं के संबंधी होते तो भी क्या उनके साथ यही किया जाता ?
दरअसल, वरुण गांधी ने यह सब अपने ट्विटर पर कहा, उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज।”
वरुण गांधी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि, “अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता??”
वरुण गांधी ने योगी सरकार से सवाल करते हुए पूछा कि, “आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं?”
बता दें कि, शिक्षक उम्मीदवार करीब पिछले 5 महिने से 69 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण की मांग को लेकर लखनऊ में धरने पर बैठे है। जिसके बाद पुलिस के द्वारा बीते शनिवार को उन पर लाठीचार्ज किया गया था, इसी मुद्दे को लेकर अब वरूण गांधी ने अपनी सरकार को घेरे में लिया है।
बताते चलें कि, अपने ट्विटर पर वरुण गांधी ने इस घटना से जुड़ी एक वीडियो को भी साझा किया थी। जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे पुलिस बड़ी ही बर्बरता के साथ शिक्षक उम्मीदावारों पर लाठियों से प्रहार कर रही थी।
उत्तर प्रदेश में पिछले पांच सालों से योगी आदित्यनाथ की सरकार है और 2022 के फरवरी माह में यूपी में चुनाव है लेकिन चुनाव से पहले इस प्रकार की घटना कहीं ना कहीं भाजपा सरकार के लिए परेशानी बनकर खड़ी हो सकती है।