नई दिल्ली: आज के इस तकनीकी युग में लोग हर रोज एक नई तकनीक से परिचित हो रहे हैं। मानव जीवन को सरल बनाने वाली खोजों और अविष्कारों ने सबकुछ बदल दिया है। ब्रेन इंटरफेस टेक्नोलॉजी कंपनी न्यूरालिंक के सीईओ एलन मस्क बहुत जल्द इंसानों के ब्रेन में चिप लगाएंगे। मस्क ने दावा करते हुए कहा है कि उनकी कंपनी 2022 में अपनी ब्रेन चिप का मानव परीक्षण शुरू कर देगी। वॉल स्ट्रीट जर्नल के सीईओ काउंसिल समिट के दौरान उन्होंने इसका खुलासा किया। उन्होंने कहा कि बंदरों पर चिप का परीक्षण सफल रहा है और यह पूरी तरह सुरक्षित है। अब इंसानों पर परीक्षण शुरू करने के लिए हमें फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) की मंजूरी का इंतजार है।
मंजूरी मिलते ही सबसे पहले टेट्राप्लाजिक, क्वाड्रिप्लेजिक्स जैसी रीढ़ की हड्डी में गंभीर चाेट वाले लाेग चिप पा सकेंगे। दरअसल, न्यूरालिंक ने ऐसा न्यूरल इंप्लांट विकसित किया है, जो बगैर बाहरी हार्डवेयर के दिमाग के अंदर चल रही गतिविधि को वायरलेस से प्रसारित कर सकता है। मस्क ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारे पास किसी ऐसे व्यक्ति को ताकत देने का मौका है, जो चल नहीं सकता है या फिर अपने हाथों से काम नहीं कर सकता है।
9 अप्रैल, 2021 को, न्यूरालिंक ने एक बंदर में अपनी ब्रेन चिप लगाया था। इसके कारण बंदर अपने दिमाग का इस्तेमाल कर पोंग खेल आराम से खेल सका। बंदर के दिमाग में डिवाइस ने खेल खेलते समय न्यूरॉन्स फायरिंग के बारे में जानकारी दी, जिससे वह सीख पाया कि खेल के दौरान कैसे चाल चलनी है। मस्क ने बताया कि चिप लगाए जाने के बावजूद बंदर सामान्य लग रहा था और टेलीपैथिक रूप से एक वीडियो गेम खेल रहा था। मुझे लगता है कि यह काफी अच्छा प्रयोग था। न्यूरालिंक छोटे लचीले धागों से जुड़ी कंप्यूटर चिप है।