जब लोग नौकरी कर रहे होते है तो उन्हें कमाई की कोई चिंता नहीं होती क्योंकि एक निर्धारित तनख्वाह होती है। जो कि हर एक महिने हमारे अकाउंट में आ जाती है और उस तनख्वाह का इस्तेमाल कर हम अपने सभी खर्चों को निकाल लेते है।
लेकिन चिंता तो तब होती है जब धीरे-धीरे हम बुढ़ापे की तरफ बढ़ने लगते है और हमारे पास सेविंग्स के नाम पर कुछ नहीं होता। क्योंकि परिवार की जरूरत को पूरा करने में लोग अपने बुढ़ापे के लिए सेविंग्स ही करना भूल जाते है और नतीजा बुढ़ापे में दवाईयों और जरूरतों के लिए हमारे पास पैसा ही नहीं होता।
परंतु एक ऑप्शन है जिसकी मदद से आप अपनी इस चिंता को समाप्त कर सकते है और वह है नेशनल पेंशन योजना। इस योजना को इसीलिए लागू किया गया है ताकि बुढ़ापे के समय लोगों को दूसरों की मदद ना लेनी पड़े और लोग आत्मनिर्भर होकर अपना बुढ़ापा काट सके।
अब आप सोच रहे होंगे कि इसकी प्रक्रिया क्या है या फिर क्या हम इसे भर सकते है। तो हम आपको बता दें कि आप चिंता ना करें। आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए नेशनल पेंशन योजना से जुड़ी सभी जानकारी लेकर आए है। जो कि भविष्य में आपके काफी काम आ सकती है।
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नेशनल पेंशन स्कीम क्या होती है ?
आइए आगे कि बात करने से पहले हम आपको नेशनल पेंशन योजना की जानकारी दे देते है कि आखिर यह योजना है क्या। तो नेशनल पेंशन योजना को साल 2004 की जनवरी माह को सरकारी कर्मचारियों के लिए शुरू किया गया था।
इसके बाद साल 2009 में इस योजना को भारत के हर एक निवासी के लिए भी खोल दिया गया। इस योजना के तहत नेशनल पेंशन योजना का एक अकाउंट खोला जाता है। जिसमें आपको एक किस्त जमा करनी होती है।
जिसके बाद आपके द्वारा जमा किए गए फंड को 2 हिस्सों में बांट दिया जाता है। जिसमें पहला होता है जिसे आप जरूरत के समय पर निकाल सकते है और दूसरा हिस्सा आपके रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में मिलता है। इस योजना की खास बात यह है कि इसमें व्यक्ति के निवेश और उस पर मिलने वाले रिटर्न से यह पैसा आपके अकाउंट में बढ़ता रहता है।
आइए इसे ऐसे समझते है मान लिजिए आपने अपने पेंशन योजना अकाउंट में पैसे डाले। इसके बाद PFRDA की ओर से रजिस्टर्ड पेंशन फंड मैनेजर्स आपके पैसों को इक्विटी, गवर्नमेंट सिक्युरिटीज और नॉन गवर्नमेंट सिक्युरिटीज के अलावा फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट में निवेश करता है। जिससे मिलने वाले रिटर्नस के पैसे को आपके खाते में पेंशन के लिए डाल दिया जाता है। जो कि बाद में पेंशन के रूप में आपको मिलता रहता है।
नेशनल पेंशन योजना का लाभ कौन लोग उठा सकते है ?
अगर बात करें कि इस योजना का लाभ कौन-कौन उठा सकता है तो इसमें केंद्रीय सरकार के कर्मचारी, राज्य सरकार के कर्मचारी, प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी और आम नागरिक इस योजना का लाभ उठा सकते है।
नेशनल पेंशन योजना में कौन-कौन कर सकता है निवेश ?
• इस योजना में भारत का कोई भी नागरिक निवेश कर सकता है।
• इस योजना में निवेश करने के लिए आपकी आयु 18 साल से अधिक और 70 साल से कम होनी चाहिए।
• इस योजना में नॉन रेजिडेंट इंडियन यानी कि NRI भी निवेश कर सकते है लेकिन NRI द्वारा किए गए योगदान को RBI और फेमा द्वारा रेग्युलेट किया जाता है।
नेशनल पेंशन योजना के अकाउंट कितने प्रकार के होते है ?
अगर बात करें कि नेशनल पेंशन योजना में कितने प्रकार के अकाउंट होते है। तो इसके अकाउंट को 2 तरीकों में बांटा गया है एक होता है टियर 1 और दूसरा होता है टियर 2। जो इस प्रकार से काम करते है।
• जिनके पास टियर 1 का अकाउंट होता है वह 60 साल की उम्र से पहले अपना पैसा नहीं निकाल सकते।
• वहीं जिनके पास टियर 2 का अकाउंट होता है वह इसका इस्तेमाल आम बैंक अकाउंट की तरह कर सकते है। इसे ऐसे समझ लिजिए जैसे कि अगर आपको जरूरत पड़ी तो आप ATM में जाकर अपना पैसा निकाल सकते है।
ऑफलाइन नेशनल पेंशन योजना का खाता कैसे खोलें ?
अगर आप ऑफलाइन अपना नेशनल पेंशन योजना का खाता खोलना चाहते है तो अपने नजदीकी किसी भी बैंक में जाएं और वहां से नेशनल पेंशन योजना का फॉर्म लेकर उसे KYC पेपर्स के साथ जमा करा दें।
इसके बाद अपने खाते में एक मासिक किस्त को निर्धारित करें जो कि 1 हजार से कम नहीं होनी चाहिए। इसके बाद बैंक आपको PRAN यानी कि स्थायी रिटायरमेंट अकाउंट नंबर भेजेगा जिसकी मदद से आप अपना खाता चला सकेंगे।
ऑनलाइन नेशनल पेंशन योजना का खाता कैसे खोलें ?
अपना नेशनल पेंशन योजना का ऑनलाइन खाता खोलना बेहद आसान है। इसके लिए आपको सबसे पहले किसी भी बैंक में अपना खाता खोलना है और फिर उसे पैन, आधार या फिर मोबाइल नंबर से लिंक करा देना है। जिसके बाद आपको एक OTP मिलेगा।
जिसे आपको अपने नेशनल पेंशन योजना के खाते में डाल देना है। इसके बाद आपको बैंक PRAN यानी कि स्थायी रिटायरमेंट अकाउंट नंबर भेजेगा जिसकी मदद से आप अपना पेंशन अकाउंट चला सकेंगे।