आपने सती सावित्री कि कहानी तो सुनी होगी कि कैसे एक पत्नी ने यमराज से अपने पति का जीवन वापस ले लिया था लेकिन यहाँ बात एक माँ कि हो रही है। कहते हैं मां अपने बच्चों की जान बचाने के लिए यमराज से भी लड़ सकती है. आपने फिल्मों में मां की ममता के बहुत से किस्से देखे, सुने होंगे लेकिन ये हक़ीकत में भी हुआ है जहां एक मां की पुकार ने उसके बेटे के काल को मात दे दी. एक 6 साल का बच्चा जिसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था, मां के बार बार पुकारने पर जीवित हो उठा.
यह आश्चर्यचकित कर देने वाला मामला हरियाणा के बहादुरगढ़ से सामने आया है. जहाँ एक मां की पुकार को भगवान ने सुन लिया. इस 6 साल के बच्चे को 20 दिन पहले डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था. अपने दुलारे को इस तरह से खो देने के कारण पूरे परिवार में मातम छाया हुआ था. एक तरफ अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी तो दूसरी तरफ मां अपने लाल का माथा चूमते हुए बार-बार कह रही थी ‘उठ जा मेरे बच्चे, उठ जा।’ अपने इस करुण पुकार की ताकत का अंदाज शायद उस मां को भी नहीं रहा होगा. मां के साथ अन्य लोग भी तब अचंभित रह गए जब मृत पड़े बच्चे के शरीर में हरकत होने लगी। इसके बाद उसे जल्दी से अस्पताल ले जाया गया तथा उसका दोबारा इलाज शुरू हुआ. बीते मंगलवार को वह बच्चा रोहतक के अस्पताल से हंसता-खेलता अपने घर लौट आया.
दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार बहादुरगढ़ के रहने वाले हितेश और उनकी पत्नी जाह्नवी के बेटे को टाइफाइड हो गया था. हालत धीरे धीरे बिगड़ती जा रही ही. जिसके बाद उसे इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया. तमाम कोशिशों के बाद भी बच्चे को बचाया ना जा सका और 26 मई को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. दुखी माता पिता अपने बच्चे का शव लेकर बहादुरगढ़ लौट आए। परिवार वालों ने शव को रातभर के लिए बर्फ में रखने की तैयारी कर ली और मोहल्ले वालों को सुबह श्मशान घाट पहुंचने के लिए भी कह दिया.
Image and Story credit :- Dainik Bhaskar
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