Mithali Raj Announced Retirement – टीम इंडिया की अनुभवी महिला बल्लेबाज और कप्तान Mithali Raj ने इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉरमेट से संन्यास ले लिया है. उन्होंने इस बात की जानकारी अपने twitter अक्कॉउंट के जरिए दी.
आपको बता दें की महिला क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने वाली मिताली राज ने 2019 में वनडे इंटरनेशनल से संन्यास लिया था.
Mithali Raj ने अपने क्रिकेट करियर में बहुत से बड़े मुकाम हासिल किए हैं. वे तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी कर चुकी हैं.
भारतीय महिला क्रिकेट को एक अलग मुकाम तक पहुंचाने वाली Mithali Raj को Women’s Cricket Team की रीढ़ कहा जाता था. अपनी कप्तानी से महिला क्रिकेट काे शून्य से शिखर तक पहुँचने का श्रेय Mithali Raj के नाम है.
मिताली राज पिछले 23 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रही थीं, और 39 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को अलविदा कह दिया. वह, वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला हैं. इसके अलावा बतौर कप्तान सबसे ज्यादा मैच जीतने का खीताब भी उन्हीं के नाम है.
Mithali Raj ने Retirement लेते हुए भावुक संदेश लिखा. मिताली ने लिखा, ‘मैं एक छोटी बच्ची थी जब मैंने ब्लू जर्सी पहनकर अपने देश का प्रतिनिधित्व किया था. ये सफर काफी लंबा रहा जिसमें हर तरह के पल देखने को मिले, पिछले 23 साल मेरे जीवन के सबसे बेहतरीन पलों में से एक थे. हर सफर की तरह ये सफर भी खत्म हो रहा है और आज मैं इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान करती हूं.’
Mithali Raj के नाम दर्ज रिकॉर्ड
उन्होंने 26 जून 1999 को अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर में डेब्यू किया था. इस 23 साल के सफर में उन्होंने कुल 12 टेस्ट, 232 वनडे इंटरनेशनल और 89 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. 12 टेस्ट मैचों में वे 1 शथक और 4 अर्धशतकों के साथ 699 रन अपने नाम किये हैं. वनडे की बात करें तो उन्होंने 7 शतक और 64 अर्धशतकों के साथ 7805 रन बनाए. वहीं, टी20 क्रिकेट में उन्होंने 17 अर्धशतकों की मदद से 2364 रन अपने नाम किए हैं.
मिताली राज की कप्तानी में टीम ने सबसे ज्यादा जीत दर्ज की है. आपको बता दें की उन्होंने 155 वनडे मैच में कप्तानी की, जिसमें 89 में जीत और उन्हें 63 मैच में हार का सामना करना पड़ा. मिताली राज दुनिया की इकलौती ऐसी कप्तान हैं, जिन्होंने 150 से अधिक वनडे मैच में कप्तानी की है.
मिताली राज ने आगे लिखा, मैंने जब भी फील्ड पर कदम रखा, हमेशा अपना बेहतर करने की कोशिश की और टीम को जीत दिलाने पर फोकस किया. मुझे लगता है कि अपने करियर को अलविदा कहने का यही सही वक्त है, जहां पर भारत का भविष्य युवा प्लेयर्स के हाथ में है. मैं बीसीसीआई, सचिव जय शाह और बाकी सभी अधिकारियों का शुक्रिया अदा करती हूं.
अपनी कप्तानी को लेकर उन्होंने भावुक पोस्ट लिखते हुए कहा, कई साल तक टीम की कप्तानी करना मेरे लिए गर्व की बात रही, इस वक्त ने मुझे एक इंसान के तौर पर बेहतर बनाया, साथ ही महिला क्रिकेट को भी आगे बढ़ाया. ये सफर भले ही यहां पर खत्म हो रहा है लेकिन मैं किसी ना किसी रूप में क्रिकेट के साथ जुड़ी रहूंगी.