नई दिल्ली: ब्रेस्ट कैंसर को लेकर अक्सर महिलाएं उलझन में रहती है। महिलाओं के लिए, स्तन कैंसर एक बड़ी समस्या है। स्तन कैंसर के मामले देर से पता लगाने के कारण मृत्यु दर में बढ़ोतरी हो रही है। इसके शुरुआती लछणों से आज भी कई महिलाएं अंजान है। वहीं कुछ पुरुषों के मन में सवाल है कि क्या ये कैंसर सिर्फ महिलाओं के ही होता है या पुरुषों को भी होता है। आइए जानते हैं स्तन कैंसर के लक्षण-
• स्तन कैंसर के लक्षण
- स्तन में गांठ
- स्तन के आकार में परिवर्तन
- स्तन के ऊपर की त्वचा में परिवर्तन
- आपके स्तन के ऊपर की त्वचा का लाल होना
- निप्पल से खून आना
- निप्पल अंदर की तरफ धंस जाना
• पुरुषों को भी होता है स्तन कैंसर?
जी हां, ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों को भी हो सकता है, हालांकि महिलाओं में इसकी संभावना ज्यादा होती है। पुरुषों में स्तन कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे अगर किसी पुरुष में रेडिएशन थेरेपी ली है, तो उससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा हो सकता है। अत्यधिक वजन और मोटापा भी पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकता है। क्योंकि मोटापे के कारण शरीर में मेटाबॉलिक सिंड्रोम की समस्या हो जाती है, जिससे पुरुषों में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है और पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। इसके अलावा अगर किसी परिवारीजन को ब्रेस्ट कैंसर है या पहले कभी हुआ है, तो भी परिवार के अन्य पुरुष को स्तन कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है।
• स्तन कैंसर की वजह
स्तन कैंसर तब होता है जब कुछ स्तन कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। ये कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं की तुलना में अधिक तेजी से विभाजित होती हैं और जमा होती रहती हैं, जिससे एक गांठ या द्रव्यमान बनता है। कोशिकाएं आपके स्तन के माध्यम से आपके लिम्फ नोड्स या आपके शरीर के अन्य भागों में फैल सकती हैं।
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स्तन कैंसर अक्सर दूध पैदा करने वाली नलिकाओं (इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा) में ये शुरू होता है।
शोधकर्ताओं ने हार्मोनल, जीवनशैली और पर्यावरणीय कारकों की पहचान की है जो आपके स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कुछ लोग जिनके जोखिम कारक नहीं हैं, उन्हें कैंसर क्यों होता है।
डॉक्टरों का अनुमान है कि लगभग 5 से 10 प्रतिशत स्तन कैंसर एक परिवार की पीढ़ियों के माध्यम से पारित जीन उत्परिवर्तन से जुड़े होते हैं।
यदि आपके परिवार में कैंसर या स्तन कैंसर का पारिवारिक इतिहास है, तो आप अपनी जांच पहले ही करवा सकते हैं कि कहीं आपके शरीर में तो कैंसर की कोशिकाएं नहीं बन रही हैं।
• स्तन कैंसर के कारण
- यदि आपको एक स्तन में स्तन कैंसर हुआ है, तो आपको दूसरे स्तन में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
- यदि आपकी मां, बहन या बेटी को स्तन कैंसर का पता चला है, खासकर कम उम्र में, तो आपके स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- मोटे होने से आपके स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- 12 साल की उम्र से पहले आपकी अवधि शुरू होने से आपके स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- यदि आपने अधिक उम्र में रजोनिवृत्ति शुरू कर दी है, तो आपको स्तन कैंसर होने की अधिक संभावना है।
- जो महिलाएं 30 साल की उम्र के बाद अपने पहले बच्चे को जन्म देती हैं उनमें स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
- जो महिलाएं कभी गर्भवती नहीं हुई हैं, उनमें एक या अधिक गर्भधारण करने वाली महिलाओं की तुलना में स्तन कैंसर का खतरा अधिक होता है।
- जो महिलाएं रजोनिवृत्ति के लक्षणों और लक्षणों का इलाज करने के लिए एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन को मिलाने वाली हार्मोन थेरेपी दवाएं लेती हैं, उनमें स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। जब महिलाएं इन दवाओं को लेना बंद कर देती हैं तो स्तन कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
- शराब पीने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
• ब्रेस्ट कैंसर का इलाज
अगर ब्रेस्ट कैंसर शुरुआती है तो सर्जरी के माध्यम से इसे जड़ से खत्म किया जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर में कीमोथैरेपी, सर्जरी, रेडियोथैरेपी, हार्मोनल थैरेपी , एंडोक्राइन थैरेपी, इम्यूनो थैरेपी आदि के जरिए इलाज किया जाता है। सर्जरी होने का ये मतलब नहीं है कि मरीज का ब्रेस्ट पूरी तरह से निकाल दिया जाएगा। अगर शुरुआती इलाज हो तो बिना ब्रेस्ट काटे भी इलाज हो सकता है। मरीज की बीमारी की गंभीरता, बीमारी का स्टेज और उम्र के साथ मरीज का बायोलॉजिकल प्रोफाइल देखकर डॉक्टर इसका इलाज शुरू करते हैं।
• ब्रेस्ट कैंसर से बचाव क्या है?
- वजन को कंट्रोल कर ब्रेस्ट कैंसर से बचा जा सकता है। 30-35 साल की उम्र की महिलाओं को अपने वजन को संतुलित रखना चाहिए।
- हारवर्ड नर्सेस हेल्थ स्टडी के अनुसार अधिक शराब या स्मोकिंग का सेवन ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ता है। इसलिए इनसे परहेज रखें। यदि आप शराब पीने की आदि हैं तो अपनी इस आदत को धीरे धीरे कंट्रोल करना शुरू करें।
- नियमित एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टीविटी कर भी ब्रेस्ट कैंसर को कंट्रोल किया जा सकता है। कोशिश करें कि दिन में एक समय, यानि कि सुबह या शाम एक्सरसाइज जरूर करें।
- अपने लाइफस्टाइल में योग और मेडिटेशन को प्राथमिकता दें। योग और मेडिटेशन करने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है।
- अपनी डाइट को भी संतुलित रखें। अपने खाने में ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों को शामिल करें। खुद को हाइड्रेट रखने के लिए रोज 8 से 10 ग्लास पानी पीएं।
Disclaimer
हमारा प्रयास रहता है कि हम आपके लिए एक दम सटीक जानकारी लेकर आए और इसलिए हम तथ्यों और विशेषज्ञों के द्वारा बताई गई ही जानकारी आपके लिए लेकर आते है। हम सभी का शरीर अलग-अलग तरीके का है। इसलिए इसे भी नकारा नहीं जा सकता कि हर टिप्स आपके शरीर पर एक ही तरह से काम करेगी। इसलिए किसी भी टिप को अपनाने से पहले आप अपने डॉक्टर या फिर किसी विशेषज्ञ की राय जरूर लें। हमारा काम आपके लिए होम रेमेडी और फिटनेस टिप लेकर आना है लेकिन उन्हें ट्राई करने से पहले आपको भी उसकी पूरी पड़ताल करनी चाहिए और तभी इन टिप्स को इस्तेमाल में लाना चाहिए।