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गुरूवार, नवम्बर 21, 2024
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मसूड़ों में दर्द की टेबलेट के क्या नाम है..

उम्र चाहे कोई भी हो दांत में दर्द होना आम बात है। कई बार हम कुछ ठंडा-गर्म खा लेते है, तो कभी किसी इंफेक्शन की वजह से दांत में अक्सर दर्द हो जाता है। दिन में अगर दर्द हो तो आप बर्दाश्त कर लेते है. अगर वहीं दर्द रात में हो तो ये दर्द असहनीय होता है। ऐसे में इन टेबलेट का इश्तेमाल करके समस्या से निजात पा सकते है। हम आपको दांतों के दर्द में तुरंत आराम देने वाली कुछ टेबलेट के बारे में बताएंगे, जिनकी मदद से आपको दर्द से तुरंत राहत महसूस करेंगे. हम जानेंगे की आखिर दांत दर्द क्यों होता है, मसूड़ों में दर्द की टेबलेट का क्या नाम है?

Table of Contents

दांत में दर्द के क्या कारण है

सब से पहले हम बात करेंगे की आखिर ये दांत में दर्द के कारण क्या होते है. हमने नीचे दांत दर्द के कुछ कारण दिए है।

हमारे दांतो के आस पास एक परत होती है जो हमारे दांतो की अंदर की लेयर को सुरक्षा देने का काम करता है। अगर आप जयदा अम्लीय भोजन करते है। आप दांतो को साफ़ करने के लिए गलत साइज़ का ब्रश या फिर कुछ ज्यादा ही जोर से ब्रश करते हो तो दांत के अंदर के भाग पर असर होता है। जिससे दांत में बहुत तेज दर्द हो सकता है।

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संक्रमण होना या फोड़ा निकलना

अगर आपके दांतो के आस पास संक्रमण या फोड़ा हो तो इससे आपको और भी अधिक तेज दर्द का सामना कर पड़ सकता है, हालांकि मसूड़े के ऊपर बहुत कम बार ही फोड़ा होता है। लेकिन अगर ऐसी सिथि आती है तब मुंह भी खोलने में तकलीफ होती है।

अक्ल दाढ़

अपने लोगों को बहुत बार कहते सुना होगा कि अक्ल दाढ़ निकल रही है। अक्ल दाढ़ निकलने के समय मसूड़ों में तेज दर्द होता है। ऐसे में ड़रने की जरुरत नहीं है, ये दर्द कुछ ही दिनों में चला भी जाएगा।

दांतों की संवेदनशीलता के लिए पेन किलर टेबलेट

जब आप ठंडे और गर्म पदार्थ का सेवन करते है तो आपको दातो में दर्द हो सकता है। इसे दातो की सेंसटिविटी की प्रॉब्लम कहते है। इसके अलावा भी कई कारण होते है। मसूडा का कोई रोग हो सकता है, कोई संक्रमण भी हो सकता है। इसके अलावा आपको अधिक जांनकारी डॉक्टर के परीक्षण करने पर पता लग सकती है।

मसूड़ों और दांत दर्द की की टेबलेट के नाम

  1. सीडो प्लस
  2. नेपरोक्सन
  3. ग्रेडॉल
  4. एक्यूविन
  5. एलरोफ
  6. एल्फाम
  7. सेंटीवन
  8. लॉन्ग का तेल
  9. क्लिंडामाईसिन
  10. डार्ट
  11. नुप्रिन
  12. विन्मोल
  13. पर्वोन
  14. टाइलेनॉल 3
  15. क्लेनोरा-एमपी
  16. मैटामिजोल
  17. डूरालजिना स्पोसिटोरी
  18. मेट्रोनिडाजोल
  19. प्रोपीफ़नाज़ोन
  20. विकोडिन

सीडो प्लस

सीडो प्लस में सिटिरिज़िन, पेरासिटामोल और स्यूडोएफ़ेड्रिन आदि तत्व उपस्थित होते है। ये दवा सीडो प्लस की तरफ से ही आती है ये दवा लेने से पुरे शरीर में खून और भी तेजी से बहने लगता है। सीडो प्लस की कीमत भी बहुत कम होती है, इसके 10 गोलिया का पैकेट 25 रूपये में आ जाता है। जिसे आप नजदीगी मेडिकल स्टोर और ऑनलाइन स्टोर से भी खरीद सकते है। ये दवा आपको गोली और कैप्सूल दोनों रूप मिल जाएगी।

क्लेनोरा-एमपी

जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है। ये दवा खासकर मसूड़ों के लिए यूज की जाती है। मसूड़ों के अंदर के दर्द को कम करने के लिए आप इलका उपयोग कर सकते है। और इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको एक रुई में कुछ ड्रॉप लेकर दर्द वाली जगह पर लगाना है। इसके इस्तेमाल करने पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी की आवश्यकता है। क्योंकि इस दवा को किसी प्रेग्नेट महिला को लेने की सलाह नहीं दी जाती है। साथ ही वो महिला जो स्तनपान कर रही है वो भी इस दवा को नहीं ले सकती है। क्लेनोरा-एमपी की 15 मिली की बोतल का प्राइस 50 रूपये है।

क्लिंडामाईसिन

क्लिंडामाईसिन एक एंटीबायोटिक गोली है, जिसका निर्माण सर्वगुणौषधि प्राइवेट लिमिटेड करती है। हड्डियों और जोड़ों व दांतों के बीच अगर संक्रमण होने पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। इस दवा को आप खाने के बाद या फिर सोने से पहले भी ले सकते है। इसकी 6 गोलिया करीब 80 से 100 रूपये में मिलती है।

विकोडिन

इस दवा का निर्माण विकोडिन ने ही किया है। इस दवा में प्रमुख तोर पर पेरासिटामोल डाला जाता है। आप 6 घंटे में सिर्फ 1 की विकोडिन की गोली लेनी ले सकते है। इसकी एक गोली 2 रूपये में मिल जाती है। वहीं पूरा पैक करीब 11 से 15 रूपये में मिल जाता है।

ये भी पढ़े – Hydrochloride Tablet Uses In Hindi | हाइड्रोक्लोराइड (hydrochloride) के मिश्रण से बनने वाली दवाईयां और कैसे करना चाहिए इनका उपयोग, यहां जाने ?

Disclaimer
जिस प्रकार से हमारी बीमारी अलग-अलग होती है उसी प्रकार से उनका इलाज भी अलग-अलग है। इसलिए हमारा प्रयास ये रहता है कि हम जिस भी दवाई की जानकारी आपको दें उसके फायदे और नुकसान भी आपके साथ साझा करें। लेकिन केवल पढ़ने मात्र से किसी भी दवाई की पूर्ण जानकारी प्राप्त नहीं हो सकती। इसलिए हम हमेशा आपसे यही बात कहते हैं कि जब भी आप किसी दवाई को इस्तेमाल में लाएं उससे पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। क्योंकि हमारी सावधानी ही हमें भविष्य में होने वाली समस्याओं से बचा सकती है।

राजन चौहान
राजन चौहानhttps://www.duniyakamood.com/
मेरा नाम राजन चौहान हैं। मैं एक कंटेंट राइटर/एडिटर दुनिया का मूड न्यूज़ पोर्टल के साथ काम कर रहा हूँ। मेरे अनुभव में कुछ समाचार चैनलों, वेब पोर्टलों, विज्ञापन एजेंसियों और अन्य के लिए लेखन शामिल है। मेरी एजुकेशन बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (सीएसई) हैं। कंटेंट राइटर के अलावा, मुझे फिल्म मेकिंग और फिक्शन लेखन में गहरी दिलचस्पी है।

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